Edited By Prashar, Updated: 25 Sep, 2018 06:19 PM
एससी-एसटी एक्ट के विरोध में जहां 14 सितंबर को सर्व अल्पसंख्यक, पिछड़ा और सामान्य वर्ग समाज के 500 से अधिक युवाओं ने मुंडन कराकर देश के 543 सांसदों की शवयात्रा निकाली थी। वहीं, अब इन सांसदों को मृत मानते हुए उनकी सामूहिक तेरहवीं मनाई। मंत्रोच्चार के...
अशोकनगर: एससी-एसटी एक्ट के विरोध में जहां 14 सितंबर को सर्व अल्पसंख्यक, पिछड़ा और सामान्य वर्ग समाज के 500 से अधिक युवाओं ने मुंडन कराकर देश के 543 सांसदों की शवयात्रा निकाली थी। वहीं, अब इन सांसदों को मृत मानते हुए उनकी सामूहिक तेरहवीं मनाई। मंत्रोच्चार के साथ गंगापूजन और गणपति पूजन किया गया और इसके बाद दो हजार लोगों को तेरहवीं में बनाया हुआ खाना भी खिलाया।
युवाओं द्वारा यह विरोध शहर के तुलसी पार्क पर जताया गया। इस दौरान कुछ पुरुषों ने महिलाओं की वेशभूषा में विलाप भी किया। उनके विलाप की आवाज सुनकर लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान राजनेताओं की आलोचना की गई।
एक्ट का विरोध कर रहे पिछड़ा, अल्पसंख्यक और सामान्य वर्ग के युवाओं ने 543 सांसदों के लिए मुंडन कराया था। सांसदों को मृत मानते हुए उनकी तेरहवीं कराई। जिसके लिए बकायदा सभी सांसदों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण के लिए शोक पत्र भेजे थे। हालांकि कोई भी जनप्रतिनिधि इस विरोध का सामना करने नहीं पहुंचा।