Edited By meena, Updated: 01 Dec, 2025 03:35 PM

भोपाल में मौलाना महमूद अरशद मदनी द्वारा दिए गए कथित विवादित टिप्पणी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस संबंध में सीहोर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल...
सीहोर (धर्मंद्र राय) : भोपाल में मौलाना महमूद अरशद मदनी द्वारा दिए गए कथित विवादित टिप्पणी के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस संबंध में सीहोर निवासी परमवीर संधू ने शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की है। शिकायतकर्ता के अनुसार, सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में ऐसे कथित वक्तव्य सुने गए हैं, जो सामाजिक सौहार्द, राष्ट्रीय एकता और संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा से जुड़े विषयों पर विवाद उत्पन्न कर सकते हैं।
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि भाषण के कुछ अंश विभिन्न समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने, राष्ट्रीय प्रतीकों के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने और न्यायपालिका की निष्पक्षता पर प्रश्न खड़े करने वाले बताए जा रहे हैं। वीडियो के एक भाग में कथित तौर पर “जहां उत्पीड़न होगा, वहां जिहाद होगा” जैसे शब्दों का उल्लेख किया गया है, जिसे शिकायतकर्ता ने गंभीर एवं भड़काऊ बताया।
शिकायतकर्ता ने भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 152, 196 और 353 के तहत एफआईआर दर्ज कर निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है। मामले में पुलिस द्वारा वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार जांच की अपेक्षा की जा रही है।
सुनील शर्मा संयोजक विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल सीहोर के मुताबिक, उनका बयान समाज को तोड़ने वाला है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट, ट्रिपल तलाक और वंदे मातरम को लेकर जो टिप्पणी की है निश्चित तौर पर इसके लिए उनपर देश द्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुस्लिम अपने कर्मों से पीड़ित होता है और कर्मों के कारण ही ये परिस्थिति निर्मित हो रही है। यदि इसे लेकर आप जिहाद करोगे तो इसका मतलब है कि आप देश के अंदर शांति व्यवस्था खराब कर रहे हो।

बता दें कि जमीयत उलमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने 'जिहाद' शब्द को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर आपत्ति जताते हुए भोपाल में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने भोपाल में आयोजित जमीयत उलेमा-ए-हिंद की नेशनल गवर्निंग बॉडी मीटिंग में कहा कि 'लव जिहाद','एजुकेशन जिहाद', लैंड जिहाद और 'थूक जिहाद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके मुसलमानों को दुख पहुंचाया जाता है और उनके धर्म का अपमान किया जाता है। उन्होंने कहा कि मीडिया और सरकार में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें न कोई शर्म नहीं आती और न ही उन्हें पूरे समुदाय को चोट पहुंचाने की परवाह है। इस दौरान, विवादित टिप्पणी करते हुए मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जब-जब जुल्म होगा, तब-तब जिहाद होगा।