Edited By Vikas kumar, Updated: 31 Dec, 2018 02:49 PM
एमपी हाईकोर्ट में शशांक शेखर को अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाए जाने पर भाजपा के बाद अब कांग्रेस नेताओं ने ही सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शशांक शेखर पूर्व मुख्य...
जबलपुर: एमपी हाईकोर्ट में शशांक शेखर को अतिरिक्त महाधिवक्ता बनाए जाने पर भाजपा के बाद अब कांग्रेस नेताओं ने ही सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि शशांक शेखर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज और उनकी पत्नी साधना के वकील रहे हैं। उन्ही ने शिवराज और उनकी पत्नि साधना के कहने पर पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया को मानहानि का नोटिस भेजा था। ऐसे व्यक्ति को कांग्रेस के राज में नियुक्ति देना गलत है।
इससे पहले बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि व्यापम के आरोपियों को छुड़ाने में वर्तमान सरकार मदद कर रही है। अतिरिक्त महाधिवक्ता अजय गुप्ता और शशांक शेखर व्यापम के कई आरोपियों के वकील रहे हैं और अभी भी कई आरोपियों की मदद कर रहे हैं।
बता दें कि कुछ दिनों पहले कमलनाथ सरकार द्वारा मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता राजेन्द्र तिवारी को 16वां महाधिवक्ता और शशांक शेकर व अजय गुप्ता को अतिरिक्त महाधिवक्ता पद के लिए नियुक्त किया गया था। इसके बाद काफी बवाल भी मचा था। अधिवक्ता शशांक शेखर विवेक तन्खा के करीबी माने जाते हैं और जबलपुर में इनका नाम भी प्रचलित है।