Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 13 Nov, 2018 04:18 PM
निर्वाचन आयोग और प्रशासन भले ही हर मतदाता से वोट करने की अपील कर रहा है, लेकिन यह अपील नेताओं की कारगुजारियों के कारण खटाई में पड़ती नजर आ रही है। अब आम जनता नेताओं के पुराने खोखले वादों को...
उमरिया: निर्वाचन आयोग और प्रशासन भले ही हर मतदाता से वोट करने की अपील कर रहा है, लेकिन यह अपील नेताओं की कारगुजारियों के कारण खटाई में पड़ती नजर आ रही है। अब आम जनता नेताओं के पुराने खोखले वादों को उन्हें याद दिलाकर साफ कह रही है कि रोड नहीं तो वोट नहीं। इतना ही नहीं, बाकायदा वोट ना मांगने के लिए गांव के बाहर बोर्ड भी टांग दिया गया है। मामला शहडोल सांसद ज्ञान सिंह के क्षेत्र का है, जहां विकास की गाथा अब जनता द्वारा लगाया गया बोर्ड उगल रहा है।
यह फैसला उमरिया जिले के उन निवासियों का है, जो जिला मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर रहते हैं। उन्होंने इस बोर्ड पर साफ लिखा है कि रोड नहीं तो वोट नहीं। दो साल पहले जब इस इलाके से वर्तमान सांसद ज्ञान सिंह ने जब जनता से वोट की अपील की तो जनता नें उनसे गांव तक सड़क की मांग की और माननीय ने रोड निर्माण के लिए भूमि-पूजन भी कर दिया। लेकन रोड आज तक नहीं बनवाई।
वहीं, अब विधानसभा चुनाव में विकास की गाथा गाने वाली भाजपा ने फिर सांसद पुत्र को विधायक का टिकट देकर मैदान में उतारा है। लेकिन विकास को अब जनता रोड में लाकर आईना दिखा रही है। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प हो गया है कि उमरिया जिले की बांधवगढ़ विधानसभा में इस वादा खिलाफी के बाद जनता किसका साथ देती है।