Edited By shahil sharma, Updated: 17 Feb, 2021 04:49 PM
52 यात्रियों की मौत के बाद प्रदेश सरकार और प्रशासन को मध्य प्रदेश में बसों की फिटनेस, ओवरलोडिंग और अन्य नियमों का ख्याल आया है। इसके लिए परिवहन और पुलिस विभाग को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शायद अगर ये ख्याल पहले आता तो सीधी जैसा बस हादसा ही नहीं...
मंदसौर (प्रीत शर्मा): 52 यात्रियों की मौत के बाद प्रदेश सरकार और प्रशासन को मध्य प्रदेश में बसों की फिटनेस, ओवरलोडिंग और अन्य नियमों का ख्याल आया है। इसके लिए परिवहन और पुलिस विभाग को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शायद अगर ये ख्याल पहले आता तो सीधी जैसा बस हादसा ही नहीं होता।
मंगलवार को सीधी में हुए बस हादसे के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। हादसे से सबक लेते हुए मंदसौर आरटीओ ने बसों की जांच शुरू कर दी है। परिवहन आयुक्त ने बसों की जांच करने के निर्देश जिला अधिकारियों को दिए हैं। निर्देशों के बाद मन्दसौर जिला परिवहन अधिकारी रीना किराड़े ने नयाखेड़ा बायपास पर बुधवार को यात्री बसों की जांच की।
इस दौरान नियमों को दरकिनार करने वाली कुछ बसों के चालान भी किए गए। परिवहन अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवहन आयुक्त और कलेक्टर ने इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। बसों के परमिट, बीमा और फिटनेस की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, जिले में कुल 52 बसों की जांच की गई, जिनमें से 4 बसों में ओवरलोडिंग के तहत कार्रवाई हुई।
जिला परिवहन अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा पुराने वाहनों की जांच करके उन पर भी आरटीओ विभाग आने वाले दिनों में कार्रवाई करेगा। इसके अलावा बसों की जांच के दौरान मन्दसौर आरटीओ रीना किराड़े अपने कुछ विभागीय कर्मचारियों के साथ अकेली ही जांच करती दिखाई दी, जिससे विभाग में स्टाफ ना होने की जानकारी भी सामने आई है।
पूछने पर परिवहन अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जिला कलेक्टर मनोज पुष्प को अवगत करवाया गया है, जिस पर कलेक्टर ने जांच के लिए होमगार्ड का बल उपलब्ध करवाने की बात कही है।