Edited By Vikas kumar, Updated: 18 Oct, 2018 04:40 PM
प्रदेश में अगले महीने 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भाजपा को एक ऐसी सलाह दे दी है, जिससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक आरएसएस ने भाजपा...
भोपाल: प्रदेश में अगले महीने 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भाजपा को एक ऐसी सलाह दे दी है, जिससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक आरएसएस ने भाजपा के 78 मौजूदा विधायकों की टिकट काटने का सुझाव दिया है। यही नहीं, आरएसएस ने यह भी सलाह दी है कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बुधनी की जगह भोपाल की गोविंदपुरा सीट से चुनाव लड़ाया जाना चाहिए। बता दें कि गोविंदपुरा को भाजपा का गढ़ माना जाता है। क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर यहां से रिकॉर्ड आठ विधायक रहे हैं।
2013 के मुकाबले 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का पलड़ा कमजोर लग रहा है, इसे देखते हुए संघ ने भी चुनावी मैदान में उतरने का मन बना लिया है। प्रदेश के विधानसभा चुनाव के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि आरएसएस सीधे चुनाव मैदान में उतर रहा है। बीते 15 वर्षों से सत्ता पर काबिज बीजेपी को एंटी इनकम्बेंसी डर सता रहा है, जिसे देखते हुए संघ को चुनावी प्रक्रिया में सीधे तौर पर उतरना पड़ रहा है। प्रदेश में हुए अब तक के विधानसभा चुनावों में संघ पर्दे के पीछे से चुनाव प्रचार में बीजेपी का साथ देता था।
जानकारी के मुताबिक संघ ने अपने फीडबैक में भाजपा से कहा है कि मौजूदा विधायकों में से 78 के टिकट काटने ही पड़ेंगे। इनमें कई मंत्री भी शामिल हैं। संघ का कहना है कि इन विधायकों के खिलाफ क्षेत्र में भारी आक्रोश है। इनका टिकट काटे बिना भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल है।