Edited By Vikas kumar, Updated: 01 Oct, 2018 11:28 AM
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ आवाज उठाने वाले सपाक्स ने सियासत के अखाड़े में बीजेपी-कांग्रेस को चुनौती देने जा रही है। भोपाल में आयोजित महाक्रांति
भोपाल: एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ आवाज उठाने वाले सपाक्स ने सियासत के अखाड़े में बीजेपी-कांग्रेस को चुनौती देने जा रही है। भोपाल में आयोजित महाक्रांति रैली के दौरान सपाक्स ने दो अक्टूबर को अपनी पार्टी को लॉन्च करने का ऐलान कर दिया है। इस रैली में सपाक्स ने यह दावा किया है कि, सवर्ण समाज के साथ-साथ ओबीसी वर्ग के कई संगठन भी हमारे साथ हैं।
एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ लगातार उग्र रहने वाले सपाक्स ने राजधानी भोपाल में शक्ति प्रदर्शन कर सभी राजनैतिक दलों को सीधी चुनौती दी है। सपाक्स ने ऐलान किया है कि, गांधी जयंती को औपचारिक रूप से सपाक्स पार्टी की लॉन्चिंग की जाएगी। सपाक्स संघ चुनाव से पहले घर घर जाकर अपने लिए समर्थन भी मांगेगा।
सपाक्स ने सरकार पर आरोप लगाया औऱ कहा कि एससी-एसटी एक्ट के खिलाफ भोपाल की महाक्रांति रैली को फ्लॉप करने के लिये लिए हर तरीके के हथकंडे अपनाए गए। 18 ट्रेनों को रद्द करने के साथ-साथ शहर में सभा की अनुमति भी नहीं दी गई। इसके बावजूद सैकड़ों की संख्या में सवर्ण समाज के लोग भोपाल की सभा में शामिल होने पहुंचे। बताया जा रहा है कि, सपाक्स सभी 230 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी।