Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 22 Dec, 2018 05:05 PM
आज के समय मे जहां एक ओर निजी विद्यालय पैसा कमाने के लिए नए नियम बना रहे हैं। वहीं सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में हैं। ऐसे में एक सरकारी शिक्षिका द्वारा शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए एक अनोखा प्रयास किया गया है...
मंदसौर: आज के समय मे जहां एक ओर निजी विद्यालय पैसा कमाने के लिए नए नियम बना रहे हैं। वहीं सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में हैं। ऐसे में एक सरकारी शिक्षिका द्वारा शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए एक अनोखा प्रयास किया गया है। जहां उन्होंने अपने दम पर विद्यालय को एक नया रुप दिया है।
दरअसल, जिले की मल्हारगढ़ तहसील के गरनाई गांव में स्थित विद्यालय इन दिनों प्रदेश की राजधानी भोपाल में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल यहां कि शिक्षिका ने अपने निजी खर्चे के दम पर इस सरकारी पाठशाला की तस्वीर ही बदल दी है। जब से शिक्षिका ललित सिसोदिया यहां पदस्थ होकर आई है। उन्होंने इस बेहाल पड़े सरकारी विद्यालय को एक मॉडल बनाकर तैयार कर दिया है। इतना ही नहीं यहां पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई के स्तर को भी काफी हद तक सुधार दिया है। जिसके बाद से कक्षा पहली से आठवीं तक का यह सरकारी स्कूल पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र- छात्राओ को अपनी शाला का वातावरण खूब लुभाता है। यहां तक कि वे अब प्राइवेट स्कूलों में जाना तक पसन्द नहीं करते।
शिक्षिका ने निजी खर्चे रंग-रोगन करवाकर ज्ञानवर्धक पेंटिंग करवाई है। खर्चे से योग्यतानुसार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति भी करवाई । शिक्षिका का कहना है की उन्हें बच्चो का पूर्ण अनुशासन में आना बहुत अच्छा लगता है।
इतना ही नहीं इस विद्यालय की चर्चा जब राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लगी तो उन्होंने स्वयं शिक्षिका को कॉल कर इस कार्य के लिए बधाई और शुभकामनायें दी। राज्यपाल का फ़ोन कॉल को शिक्षिका का अपना सपना साकार हो जाना समझती है।