Edited By Prashar, Updated: 19 Jul, 2018 02:22 PM
सांवेर रोड के पास स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय नानाखेड़ा के जर्जर भवन की छत बुधवार को ढह गई। स्कूल समय में ही हुई इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। दरअसल यहां 14 दिन पहले तक कक्षाएं लगतीं थीं, लेकिन जर्जर भवन के चलते कुछ दिन पहले ही स्कूल के सारे...
उज्जैन : सांवेर रोड के पास स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय नानाखेड़ा के जर्जर भवन की छत बुधवार को ढह गई। स्कूल समय में ही हुई इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई। दरअसल यहां 14 दिन पहले तक कक्षाएं लगतीं थीं, लेकिन जर्जर भवन के चलते कुछ दिन पहले ही स्कूल के सारे कमरों को बंद करके सामने ही बने माध्यमिक विद्यालय में कक्षाएं लगाना शुरू हुआ था।
घटना बुधवार दोपहर 2:30 बजे हुई। छत ढहने की आवाज सुनकर स्कूल के अध्यापक मौके पर पहुंचे तो पूरा मलबा क्लास रूम में जमा पड़ा था। जिस समय यह घटना हुई, वह कक्षाएं लगाने का समय है। अगर सही समय पर छात्रों को सामने के स्कूल में शिफ्ट नहीं किया जाता तो गंभीर हादसा हो सकता था।
जिला परियोजना समन्वयक पीएस सोलंकी ने बताया स्कूल की स्थिति को देखते हुए इसमें कक्षाओं का संचालन नहीं किया जा रहा था। जिले के सभी बीआरसी को ऐसे स्कूलों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं, जिनकी स्थिति जर्जर है। किसी भी स्थान पर जर्जर स्कूलों में कक्षाओं का संचालन नहीं करने के निर्देश दिए हैं।
65 साल पुरानी है बिल्डिंग
शासकीय प्राथमिक विद्यालय नानाखेड़ा की प्रधान अध्यापिका जानकीदेवी भंवर ने बताया स्कूल बिल्डिंग 1953 में बनी थी। 65 वर्ष हो जाने के कारण बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है। हर साल बारिश शुरू होने से पहले ही स्कूल प्रबंधन की और से विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा जाता है। इस बार भी पहले ही अधिकारियों को सूचना भेज दी गई थी। अधिकारियों के निर्देश पर स्कूल के सभी कक्षों में ताला लगाकर विद्यार्थियों की कक्षाएं 5 जुलाई से परिसर में ही स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय में लगाई जा रही हैं।