Edited By Vikas kumar, Updated: 01 Feb, 2019 05:49 PM
मोदी सरकार के अंतरिम बजट पेश होने के बाद विपक्ष की इस पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। जहां बीजेपी इस बजट को समाज के हर वर्ग के लिए राहत देने वाला बता रही है तो वहीं कांग्रेस...
भोपाल: मोदी सरकार के अंतरिम बजट पेश होने के बाद विपक्ष की इस पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। जहां बीजेपी इस बजट को समाज के हर वर्ग के लिए राहत देने वाला बता रही है तो वहीं कांग्रेस ने इसे मात्र जुमला करार दिया है। इसी बीच कांग्रेस महासचिव और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मोदी सरकार के अंतरिम बजट को जुमला बजट करार दिया है।
पत्रकारों से बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि 'जनता मोदी और अमित शाह की जुमलेबाजी को समझ चुकी है, अब जनता अप्रैल में होने वाले चुनाव में अपना बजट पेश करेगी जो मोदी और अमित शाह के विरुद्ध होगा। बजट में दी गई रियायतों को तीन राज्यों की हार से जोड़ने के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि हाल ही में तीन राज्यो में बीजेपी को मिली हार का असर का बजट पर दिखाई दे रहा है। बीजेपी में हड़कंप मचा हुआ है। हमारे देश की जनता जागरूक है और पूर्ण रूप से बीजेपी को बाहर का दरवाजा दिखाने के लिए आतुर है।
केंद्र के अंतरिम बजट पर हमला बोलते सिंधिया ने कहा कि 'मोदी सरकार का असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों को मात्र 3000 महीना की पेंशन देना आंखों में धूल झोंकने के बराबर है। मज़दूरों की असली मांगें तो न्यूनतम वेतन को 18000 महीना करने, महिला मज़दूरों को मातृत्व लाभ देने की है। इन्होंने वो तो करा नहीं, बस पेंशन का जुमला पकड़ा दिया। सिंधिया ने कहा कि मोदी सरकार का किसानों को 6000 की वार्षिक आय देने का फैसला भी उनके जुमलों की सूची में शामिल होगा, हाथ में कभी नहीं पहुंचेगा जैसे फसल बीमा योजना और MSP का पैसा आज तक नहीं पहुंचा। किसान का अपमान और किसानों पे वार करने वाली सरकार क्या किसान सम्मान योजना चलाएगी ?
बता दें कि मोदी सरकार ने आज यानी 1 फरवरी को अपना बजट प्रस्तुत किया, जिसमें किसानों और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत दी गई है। मोदी सरकार के बजट प्रस्तुत होने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सरकार पर हमला बोला था और इस बजट को महज जुमला करार दिया था।