Edited By Jagdev Singh, Updated: 03 Apr, 2020 12:16 PM
मध्य प्रदेश में इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में डॅक्टरों पर हमले की घटना की देशभर में निंदा हो रही है। सोशल मीडिया से सड़क तक लोगों में गुस्सा है। यहां तक सत्तापक्ष और विपक्ष में नाराजगी है। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इस पूरे घटनाक्रम से खफा...
इंदौर/नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में डॅक्टरों पर हमले की घटना की देशभर में निंदा हो रही है। सोशल मीडिया से सड़क तक लोगों में गुस्सा है। यहां तक सत्तापक्ष और विपक्ष में नाराजगी है। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इस पूरे घटनाक्रम से खफा हो गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को दो टूक कहा है कि ऐसी घटना दोबारा ना हो। डॅक्टरों को पूरी सुरक्षा दी जाए।
इंदौर के टाट पट्टी बाखल में कोरोना संक्रमितों की जांच करने पहुंचे डॅक्टरों के दल पर बुधवार दोपहर भीड़ ने हमला कर दिया था। उन्हें दौड़ा- दौड़ा कर मारा और पथराव कर दिया था। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो आनन- फानन में एफआईआर दर्ज की गई और कईयों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में दोषी चार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला भी दर्ज किया गया है।
वहीं इस मामले में देर शाम बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय ने फोन पर गृहमंत्री अमित शाह को इसकी जानकारी दी। इसके बाद शाह ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि ऐसी घटना दोबारा ना हो। डॅक्टरों को पूरी सुरक्षा दी जाए। इसी के मद्देनजर अब इन इलाकों में पैरा मिलिट्री फोर्स की 5 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
वहीं इस मामले में कैलाश ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने डॅक्टरों की टीम के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट गृह मंत्री अमित शाह को भेज दी है। डॅक्टरों के साथ मारपीट की घटना बेहद शर्मनाक है। इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो इसके लिए हिदायत दी गई है।