Edited By Jagdev Singh, Updated: 13 Nov, 2019 01:01 PM
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाकर राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। उन्होंने सवाल उठाए हैं कि अब तक सिर्फ सरकार बचाने का काम चल रहा है, जमीन पर सरकार दिख ही नहीं...
भोपाल: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही सरकार पर सवाल उठाकर राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। उन्होंने सवाल उठाए हैं कि अब तक सिर्फ सरकार बचाने का काम चल रहा है, जमीन पर सरकार दिख ही नहीं रही है। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वे एक मजबूत सीेएम बनकर दिखाएं, मजबूर नहीं। वहीं लक्ष्मण सिंह के इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस खेमे में जहां हलचल है तो वहीं विपक्ष के आरोपों को बल मिला है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने लक्ष्मण सिंह के बयान का समर्थन करते हुए सरकार को घेरा है।
वहीं पूर्व मंत्री ने कहा अगर मंत्रिमंडल का पैमाना योग्यता की जगह मजबूरी होगी तो सरकार जमीन पर कहां दिखेगी। नरोत्तम मिश्रा ने कहा लक्ष्मण सिंह जैसे योग्य व्यक्ति मंत्रिमंडल से बाहर होंगे, बिसाहूलाल सिंह, केपी सिंह और एन्दल सिंह जैसे अनुभवी लोग बाहर होंगे तो ऐसी ही स्थिति बनेगी। मैंने पहले ही कहा था कि सरकार मजबूरी में चल रही है, इसी बात को लक्ष्मण सिंह ने भी बोलकर साबित कर दिया है कि सिर्फ सरकार बचाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा वर्तमान में प्रदेश की हालत बहुत खराब है लूट पाट की स्तिथि बनी हुई है।
लक्ष्मण सिंह ने कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं अवैध उत्खनन पर सख्त रोक लगेगी, दूसरी तरफ रोकने वाले का तबादला हो जाता है। वहीं उन्होंने नेताओं और अधिकारियों की चरणवंदना पर कहा शासन और प्रशासन दोनों ही इस समय शरणागत हैं। चरणम शरणम गच्छामि, ऐसी स्तिथि देखते हैं तो लगता है लोकतंत्र भी शर्मा रहा होगा। अपने पद पर बने रहने की यह आहर्ता तय की है सरकार ने कि कोई शरण में नहीं आएंगे तो पद से हटा दिए जाएंगे। यह हालत चिंतनीय भी है और निंदनीय भी है।