Edited By Des raj, Updated: 24 Apr, 2021 08:39 PM
इंदौर : मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी में कोरोना जितना कहर बरसा रहा है, उससे कहीं अधिक सिस्टम की नाकामी ने इसे और भयावह बना दिया है। इसी के चलते शहर में आज एक मां ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ दम तोड़ दिया।दरअसल 29 साल की प्रियंका 10 दिन पहले...
इंदौर (सचिन बहरानी): मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी में कोरोना जितना कहर बरसा रहा है, उससे कहीं अधिक सिस्टम की नाकामी ने इसे और भयावह बना दिया है। इसी के चलते शहर में आज एक मां ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ दम तोड़ दिया।दरअसल 29 साल की प्रियंका 10 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव आई थीं, शहर के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन अचानक ही ऑक्सीजन लेवल कम होने पर अस्पताल में वेंटिलेटर नहीं होने का हवाला देकर उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया, उधर भी प्रियंका को वेंटिलेटर नसीब नहीं हुआ।
इस दौरान उस गर्भवती कोविड पेशेंट को लेकर परिजनों इधर उधर के खूब चक्कर लगाए, लेकिन 88 कोविड अस्पतालों वाले शहर में उन्हें एक वेंटिलेटर और ऑक्सीजन नसीब नहीं हुआ। बाद में इसे लेकर करणी सेना के इंदौर जिला अध्यक्ष अनुराग राघव ने एक्टर सोनू सूद से भी मदद मांगी, जिन्होंने प्रियंका की हर संभव मदद का भरोसा दिया, लेकिन फिर भी उसे वक्त रहते मदद नहीं मिल सकी और एक मां ने अपने गर्भ में पल रहे बच्चे के साथ तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।प्रियंका और उसके गर्भ में पल रहे बेटे की मौत के बाद उसके पति सदमे में चले गए हैं, पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है, इस सबके साथ ही आज इस परिवार का सिस्टम से भी भरोसा उठ गया है, जिसके कारण वह तमाम सुविधाएं होने का दावा करने के बाद भी अपने घर की बहू को नहीं बचा सके।
जगह जगह मदद के लिए गिड़गिड़ाए
दो जिंदगियां बचाने की खातिर एक लाचार बाप और बेबस पति कब्रिस्तान बन चुके सिस्टम के आगे घंटो गगिड़गिड़ाता रहा, हाथ फैलाकर मदद मांगता रहा, लेकिन कहीं भी उसकी सुनवाई नहीं की गई। अंत में थक हारकर उसे नियती को गले लगाना पड़ा और उसकी पत्नी और अजन्मा बच्चा उसकी आंखों के सामने ही दम तोड़ गए।