Edited By meena, Updated: 18 Apr, 2020 04:51 PM
कहते हैं आस्था और अंधविश्वास लेकिन इसी अंधविश्वास ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की दवा को जन्म दे दिया। कटनी का एक परिवार अंधविश्वास के चलते भभूत को कोरोना से बचाव की दवा बता रहा है। इस दंपति का दावा है कि बहुत से लोग इस भभूत को पाने उनके घर आ...
कटनी(संजीव वर्मा): कहते हैं आस्था और अंधविश्वास लेकिन इसी अंधविश्वास ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की दवा को जन्म दे दिया। कटनी का एक परिवार अंधविश्वास के चलते भभूत को कोरोना से बचाव की दवा बता रहा है। इस दंपति का दावा है कि बहुत से लोग इस भभूत को पाने उनके घर आ रहे हैं। इस दंपति का कहना है कि उनके घर मे रखी महादेवी की तस्वीर से बड़ी मात्रा में भभूत निकल रही है। जिसके सेवन से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।
वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव और इलाज की अभी तक कोई दवा ईजाद नहीं हो पाई है। लेकिन कटनी में महादेवी की एक तस्वीर से निकलने वाली भभूत से कोरोना से बचाव का दावा किया जा रहा है। दावा है कि कटनी के गायत्री नगर एरिया में रहने वाले संजय तिवारी का दावा है कि उनके घर मे बने मंदिर में रखी देवी की तस्वीर से भभूत निकल रही है, जिसका सेवन करने से कोरोना के संक्रमण से बचा जा सकता है।
खास बात ये है जिस परिवार में ये हो रहा है वो संजय तिवारी खुद ही शहर के एक निजी और बड़े हॉस्पिटल में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उनका दावा है कि नवरात्रि में देवी उनके सपने में आई थी और उन्होंने इस महामारी से बचने का मार्ग बताया है।