Edited By Vikas kumar, Updated: 12 Jan, 2019 01:59 PM
प्रदेश में मकर संक्रांति के बाद भी लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार मकर संक्रांति के बाद भी इस बार ठंड का असर बरकरार रहेगा। उत्तरी भा...
भोपाल: प्रदेश में मकर संक्रांति के बाद भी लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार मकर संक्रांति के बाद भी इस बार ठंड का असर बरकरार रहेगा। उत्तरी भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी इसका मुख्य कारण है। इसी वजह से मध्यभारत के कुछ क्षेत्रों में अभी भी ठंड बनी हुई है।
उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण प्रदेश में बी कंपा देने वाली ठंड बरकरार है। आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो बीते 6 साल में नए साल के दिन सबसे ठंडे रहे हैं। प्रदेश में इससे ज्यादा ठंड 2013 में देखने को मिली थी। जब 10 दिनों का औसत तापमान 7.6 डिग्री था। वहीं इस साल के प्रारंभ में 10 दिन का औसत तापमान 8.3 रहा।
इन क्षेत्रों में अभी भी है कड़ाके की ठंड
मध्यप्रदेश के लगभग 16 जिले एसे हैं जहां तापमान 7 डिग्री से भी नीचे रहा। शुक्रवार को खजुराहो व नौगांव में भी ठंड का असर देखा गया। यहां का न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री तक पहुंच गया। प्रदेश की राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 8.8, जबलपुर 7.5, ग्वालियर में 4.4 और इंदौर में 9.8 डिग्री न्युनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया।