Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 09 Nov, 2018 06:36 PM
एके-47 चोरी मामले में एक बड़ा खुलासा सामने आया है। पूछताछ के दौरान आरोपी सुरेश ठाकुर ने बताया कि हत्थियारों को चुराने के लिए संस्थान के नक्शे के आधार पर वर्कशॉप की दीवार तोड़ी गई थी। वर्कशॉप की बाउंड्रीवॉल के दूसरी तरफ डामर सड़क मिलती थी...
जबलपुर: एके-47 चोरी मामले में एक बड़ा खुलासा सामने आया है। पूछताछ के दौरान आरोपी सुरेश ठाकुर ने बताया कि हत्थियारों को चुराने के लिए संस्थान के नक्शे के आधार पर वर्कशॉप की दीवार तोड़ी गई थी। वर्कशॉप की बाउंड्रीवॉल के दूसरी तरफ डामर सड़क मिलती थी, जहां कार से जाकर पेड़ की आड़ में छुपाकर रखी एके-47 निकाल लेता था। बिहार के मुंगेर में इस मामले की जांच कर रही एनआईए की टीम अब जबलपुर आएंगी।
एके-47 चोरी व तस्करी मामले में पुलिस का कहना है कि सीओडी से 2012-18 के बीच आरोपित सुरेश ने किसी साथी की मदद से 100 के लगभग रायफलें चुराईं। इन सभी एके-47 को वह अपने पंचशील नगर स्थित घर ले जाकर एकदम नया जैसा बनाकर करीब 5 लाख रुपए में बेचता था।
पुलिस ने जगह-जगह दबिश देकर करीब 30 एके-47 बरामद की। इन सभी मामलों में पुलिस ने इरफान, शमशेर, नियाजुल हसन और दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करके पूछताछ करके जेल भेज दिया। बिहार पुलिस के एक दल ने जबलपुर आकर यहां पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की। इसके बाद जबलपुर पुलिस ने अब बिहार में एके-47 सहित पकड़े गए आरोपितों को प्रोटेक्शन रिमांड पर जबलपुर लाया जाएगा।