Edited By suman, Updated: 12 Jan, 2019 05:47 PM
मध्य प्रदेश में सहयोगियों के समर्थन से बनी कांग्रेस सरकार के लिए भाजपा नेताओं की बयानबाजी मुश्किलें खड़ी कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपों के बीच भाजपा के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय...
इंदौर: मध्य प्रदेश में सहयोगियों के समर्थन से बनी कांग्रेस सरकार के लिए भाजपा नेताओं की बयानबाजी मुश्किलें खड़ी कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोपों के बीच भाजपा के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की बयानबाजी से सियासत गरमाई हुई है। हाल ही में उन्होंने कहा था कि बॉस का इशारा हो जाए तो पांच दिन में सरकार गिरा देंगे। अब विजयवर्गीय ने देपालपुर विधानसभा की हातौद में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक और बड़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि, भाजपा कार्यकर्ता अपनी धार को तेज करो और आगे की तैयारी करो। अब निर्णय स्पॉट पर ही करना है। विजयवर्गीय ने कहा 'यह सरकार पांच साल चलने वाली नहीं है, जिस दिन ऊपर से सिग्नल मिल गया 15 दिन में सरकार को उल्टा कर देंगे। आलाकमान ने कह दिया तो खेल कर देंगे फिलहाल, कांग्रेस को जनादेश मिला है, तो चलाने दो सरकार, देखते हैं कितने चला पाते हैं। हम 15 साल सत्ता में रहे हैं, इसलिए आदत हो गई है सत्ता की। अब हमें धार पेनी करनी पड़ेगी| भाजपा कार्यकर्ता अपनी धार को तेज करो और आगे की तैयारी करो। अब शिकायत नहीं करना है स्पॉट पर निर्णय करना है, इसलिए संगठन को मजबूत बनाना होगा और धार तेज करना होगी। सत्ता तो आती जाती रहती है, डर कर नहीं रहना है।"
दरअसल,कैलाश विजयववर्गीय पिछले दो दिनों से इंदौर जिले की अलग अलग खासतौर पर ग्रामीण विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे है। इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय का बयान सामने आया था। जिसके बाद सियासत में हलचल मच गई। उन्होंने कहा था कि 'जिस दिन ऊपर से बॉस का इशारा हो जायेगा उस दिन सरकार गिर जाएगी। 'यह सरकार कैसी सरकार है? यह सरकार हमारी कृपा से चल रही है। प्रदेश कभी भी वापस हमारे पास आ जायेगा। जिस दिन ऊपर से बॉस का इशारा हो जाएगा उस दिन सरकार गिर जाएगी।'