Edited By kirti, Updated: 23 Mar, 2021 02:25 PM
कहते हैं कि कुछ करने का जज्बा हो तो हर राह आसान हो जाती है। बस इरादों में दम होना चाहिए फिर आपकी कमजोरी भी आपकी ताकत बन जाती है। आपके हौंसलों के आगे हर मुश्किल राह आसान हो जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है टीकमगढ़ जिले के बड़ागांव में एक बुजुर्ग...
टीकमगढ़ : कहते हैं कि कुछ करने का जज्बा हो तो हर राह आसान हो जाती है। बस इरादों में दम होना चाहिए फिर आपकी कमजोरी भी आपकी ताकत बन जाती है। आपके हौंसलों के आगे हर मुश्किल राह आसान हो जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है टीकमगढ़ जिले के बड़ागांव में एक बुजुर्ग दंपति ने। बता दें कि इस दंपत्ति ने अपनी 2 एकड़ बंजर जमीन पर 7 साल तक पहाड़ काटकर एक कुंआ खोदा और 20 फीट की खुदाई करने के बाद पत्थरों से पानी निकाल लिया।
पानी मिलने के बाद दोनों ने बंजर जमीन पर बगिया लगाई और उसे हरा-भरा कर दिया। अब वह उसी कुंए के पानी से बगीचे की सिंचाई करते है। पचिया अहिरवार ने अपने पति हरिराम अहिरवार के साथ मिलकर मजदूरी करती थी। जिससे उन्हें आजीविका चलाने में परेशानी होने लगी। बताया जा रहा है कि इस बुजुर्ग दंपत्ति ने अपनी बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने के लिए कई सरकारी दफ्तरों को गेट खटखटाए और कई अधिकारियों के हाथ जोड़े, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई।
जिसके बाद पचिया अहिरवार ने अपने पति को कुंआ खोदने के लिए कहा, पत्नी से प्रेरणा लेकर हरिराम ने पहाड़ काटकर कुंआ खोदने की शुरुआत की।पचिया अहिरवार बताती हैं सरकारी मदद नहीं मिलने पर हमने एक दूसरे को हिम्मत बंधाई और कुंआ खोदने में जुट गए। पानी मिलने के बाद हमने करीब अब हमारी बगिया में आम, अमरूद, आंवला, नींबू और पपीता सहित कई फलदार पौधे लगे हैं। इसी से परिवार का गुजारा चलता है।