Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 12 Mar, 2019 09:25 AM
लोकसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई। दल बदल का दौर जारी हो गया। हाल ही में बसपा का साथ छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए कार्यक्रताओं के कारण पार्टी को एक बड़ा झटका लगा था। उससे बसपा उभरी भी नहीं थी कि लगातार एक दूसरा...
भोपाल: लोकसभा चुनाव की औपचारिक घोषणा के साथ ही राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई। दल-बदल का दौर जारी हो गया। हाल ही में बसपा का साथ छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए कार्यक्रताओं के कारण पार्टी को एक बड़ा झटका लगा था। उससे बसपा उभरी भी नहीं थी कि लगातार एक दूसरा बड़ा झटका लगा है। बसपा के लगभग दो दर्जन नेता कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। सीएम कमलनाथ ने सोमवार को अपने निवास पर खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी डॉ आनंद अहिरवार के साथ कई बसपा नेताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। कांग्रेस में शामिल होने वालों में सेवालाल पटेल, जीवनलाल सिद्धार्थ, बलवान सिंह राजपूत, देवेेन्द्र कुमार चौरसिया समेत एक दर्जन नेता शामिल थे।
सीएम कमलनाथ ने बहुजन समाज पार्टी से छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए लोगों का सूत की माला पहनाकर उनका स्वागत किया और पार्टी का प्रतीक दुपट्टा पहनाकर उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल किया। इस अवसर पर पन्ना के सपा के पूर्व नेता एवं किसान एवं मजदूर संघर्ष मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष अब्दुल रमजान चैहान ने भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि बीएसपी से आए पदाधिकारी मेरे परिवार के सदस्य हैं, बीएसपी के पदाधिकारी आज देश और प्रदेश का विकास करने वाली पार्टी की मुख्य धारा से जुड़े हैं, जिसका अपना एक इतिहास हैं। जो लोग डॉ. अंबेडकर के संविधान को बदलने की बात करते हैं, वह इस देश का भला नहीं कर सकते। बीएसपी के लोग कांग्रेस का नहीं, सच्चाई का साथ देने के लिए यहां आए हैं। उन्होंने 76 दिन की कांग्रेस सरकार का काम देखा है। हमारी सरकार वचन निभाने वाली सरकार होगी।