Edited By suman, Updated: 29 Jun, 2018 02:25 PM
प्रदेश में कुपोषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। विधानसभा के मानसून सत्र में भाजपा विधायक बाबूलाल गौर के सवाल के जवाब में मंत्री अर्चना चिटनीस ने बताया कि प्रदेश में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1,26,218 है। यह मार्च 2015 की स्थिति में है। मप्र...
भोपाल: प्रदेश में कुपोषण खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है। विधानसभा के मानसून सत्र में भाजपा विधायक बाबूलाल गौर के सवाल के जवाब में मंत्री अर्चना चिटनीस ने बताया कि प्रदेश में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1,26,218 है। यह मार्च 2015 की स्थिति में है। मप्र के खरगोन और सतना जिले में सर्वाधिक अति कम वजन वाले बच्चे पाए गए हैं। इन जिलों में 5399 और 5040 बच्चे अति कम वजन वाले पाए गए हैं। राज्य में कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1 लाख से ऊपर पहुंच गई है। खुद महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस के गृह जिले बुरहानपुर में 2329 बच्चे अति कम वजन वाले पाए गए हैं। विधानसभा में भाजपा विधायक बाबूलाल गौर के प्रश्न के लिखित उत्तर में महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस ने दी।
उन्होंने बताया कि राज्य में मार्च 2015 में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 1,26,218 मार्च 2016 में 90,537 मार्च 2017 में 1,53,842 और मार्च 2018 में 1,03,083 थी। मंत्री ने बताया कि राज्य के खरगोन जिले में मार्च 2018 में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा थी। छिंदवाडा जिले में अति कम वजन वाले बच्चों की संख्या 2235, बालाघाट जिले में 913, सिवनी जिले में 982 और बैतूल जिले में 1711 थी।