Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 14 May, 2019 11:17 AM
सोमवार को सिहोरा एसडीओपी कार्यालय में पदस्थ एक आरक्षक को लोकायुक्त की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों घर दबोचा। आरक्षक एक युवक द्वारा पिता के साथ ही फर्जी मारपीट के मामले को निपटाने की एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। रिश्वत की तीसरी किस्त...
जबलपुर: सोमवार को सिहोरा एसडीओपी कार्यालय में पदस्थ एक आरक्षक को लोकायुक्त की टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों घर दबोचा। आरक्षक एक युवक द्वारा पिता के साथ ही फर्जी मारपीट के मामले को निपटाने की एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था। रिश्वत की तीसरी किस्त पीड़ित द्वारा जैसे ही आरक्षक को दी गई वैसे ही लोकायुक्त पुलिस में उसे दबोच लिया। रिश्वत की रकम जब्त करने के बाद लोकायुक्त की टीम ने जैसे ही हाथ धुलाए उसके हाथ से लाल रंग निकलने लगा।
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि वार्ड नंबर 12 खितौला शांति नगर निवासी 50 वर्षीय प्रदीप पांडे ने शुक्रवार को शिकायत की थी की उनके छोटे भाई प्रवीण पांडे ने पिता गोविंद प्रसाद पांडे के साथ फर्जी मारपीट के एक मामले की शिकायत एसडीओपी कार्यालय सिहोरा में 26 मार्च की थी। मारपीट के मामले की जांच की जा रही थी। जांच के दौरान एसडीओपी कार्यालय में पदस्थ आरक्षक अनुकूल मिश्रा ने मामला निपटाने के साथ उसके छोटे भाई के खिलाफ 420 का मामला दर्ज करने की एवज में रिश्वत की मांग की। रिश्वत न देने पर उल्टा उसी के खिलाफ 107,16 का प्रकरण दर्ज करने की धमकी देने लगा। परेशान होकर प्रदीप ने 7 मई को पहले 5 हजार और फिर 3 हज़ार रुपए दिए। बाद में आरक्षक ने पांच हजार रुपयों की और मांग की। प्रवीण ने जैसे-तैसे पांच हजार रुपए आरक्षक को दे दिए।
एक के बाद एक मांग पूरी होने लगी तो आरक्षक अनुकूल मिश्रा के मन में लालच आ गया और वह पीड़ित प्रदीप को धमकाते हुए दस हजार की और मांग करने लगा। आखिरकार परेशान होकर प्रदीप ने शुक्रवार को जबलपुर लोकायुक्त कार्यालय में मामले की शिकायत की। शिकायत के आधार पर टीम ने आरक्षक द्वारा पैसों की मोबाइल रिकॉर्डिंग सुनी। लोकायुक्त टीम ने रिश्वत की चौथी किस्त के दो-दो हज़ार के चार नोट और पांच-पांच सौ के चार नोट में पाउडर लगाकर प्रदीप को दे दिए। दोपहर करीब तीन बजे के लगभग प्रदीप सिहोरा एसडीओपी कार्यालय पहुंचा। प्रदीप ने जैसे ही नोट आरक्षक अनुकूल मिश्रा को दिए। उसी समय लोकायुक्त टीम टीआई मंजू किरण तिर्की, एसआई नरेश बहरा, जुबेद खान, आरक्षक राकेश विश्वकर्मा, अमित गांवड़े आरक्षक अनुकूल मिश्रा को दबोच लिया। लोकायुक्त पुलिस में आरक्षण के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।