Edited By suman, Updated: 06 Apr, 2019 11:17 AM
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगते ही एमपी में आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग की कार्रवाई जारी है। आए दिनों नए- नए हावाला रैकेट का पर्दाफाश हो रहा है। अब टीम ने जबलपुर में 4121 करोड़ के हवाला रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इसे जबलपुर का रहने वाला...
जबलपुर: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगते ही एमपी में आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग की कार्रवाई जारी है। आए दिनों नए- नए हावाला रैकेट का पर्दाफाश हो रहा है। अब टीम ने जबलपुर में 4121 करोड़ के हवाला रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इसे जबलपुर का रहने वाला अगरबत्ती कारोबारी खूबचंद लालवानी पूरे देश में चला रहा था। वह 1 लाख रुपए भेजने के एवज में केवल 300 रुपए कमीशन लेता था। पिछले छह साल में उसने 6.50 करोड़ रुपए का कमीशन कमाया। विभाग को प्रमाण के तौर पर ऐसी सैकड़ों एंट्रीज मिली हैं, जिसमें 3-4 लाख रुपए से लेकर 20 करोड़ रुपए तक भेजे गए। विभाग का दावा है कि यह मप्र और छग का सबसे बड़ा हवाला रैकेट है।
शार्ट कोड में लिखे नाम
लालवानी को यह पैसा बड़े-बड़े बिजनेस हाउस और माफियाओं से मिला था। उसने इन सबके नाम शार्ट कोड में दे रखे हैं। हालांकि यह कंपनी कौन है इसके बारे में ज्यादा पता नहीं चल सका। निजी व्यक्ति और माफियाओं के नाम शॉर्ट फार्म में दिए गए हैं।
ऐसे पकड़ा खूबचंद लालवानी
आयकर विभाग की इंवेस्टीगेशन विंग को चार दिन पहले लालवानी के घर से 67 लाख रुपए मिले थे। इसके बाद लालवानी के कार्यालय में पड़ताल शुरू हुई। वहां लैपटाॅप और रजिस्टर से भारी तादाद में नकद पैसा भेजे जाने के प्रमाण सामने आए। इसके बाद सर्वे को छापे में बदल दिया गया। बता दें, विधानसभा चुनाव के दौरान भी जबलपुर के एक खिलौना व्यापारी के यहां से 1500 करोड़ रुपए का हवाला रैकेट पकड़ा गया था।