Edited By Vikas Tiwari, Updated: 02 Aug, 2021 08:59 PM
छतरपुर में घर में अकेली महिला के बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर जबरन भगाने और कई दिनों तक ज्यादती करने का मामला सामने आया है। जिसका विवाह 13 साल पहले सागर जिले में हुआ। लेकिन वह पिछले 2 साल से पूरे परिवार के साथ बमोरी में रह रही थी। जहां उसका...
छतरपुर (राजेश चौरसिया): छतरपुर में घर में अकेली महिला के बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर जबरन भगाने और कई दिनों तक ज्यादती करने का मामला सामने आया है। जिसका विवाह 13 साल पहले सागर जिले में हुआ। लेकिन वह पिछले 2 साल से पूरे परिवार के साथ बमोरी में रह रही थी। जहां उसका पति दुकान पर काम करता था और उनके यहां वहीं के रहने वाले श्रीराम विश्वकर्मा और गुरु विश्वकर्मा का आना-जाना बना रहता था।
7 सितंबर की शाम 7 बजे आवेदिका घर में अकेली थी, तभी बृजेश श्रीराम विश्वकर्मा ओर गुरु विश्वकर्मा अचानक मोटरसाइकिल से आये और मेरे बच्चे को पकड़ कर उसे चाकू की नोक पर रख दिया, और धमकी देते हुए कहा कि तुम मेरे साथ चलो नहीं तो बच्चे को जान से मार देंगे। महिला डर गई और श्रीराम विश्वकर्मा ने सोने-चांदी के गहने, नगद 12 हजार रुपए लेकर मुझे और मेरे बेटे को मोटरसाईकिल से जबरदस्ती बिठाकर ले गए। जहां कुछ दूर आकर मेरे बच्चे को वापस छोड़ दिया और मुझे ले गए, और मुझे कई दिनों तक अलग-अलग जगह अपने साथ रखा।
कुछ दिनों बाद मुझे वापिस बमोरी ले आये और मुझे बंधक बनाकर रखा, मैं जैसे-तैसे उनके चंगुल से छूटकर अपने घर आई और सारी घटना बताई। जहां अब मैं आरोपियों के खिलाफ आवेदन देकर आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही और न्याय की गुहार लगाने आई हूं। ताकि थाने में आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज हो और कड़ी कार्रवाई हो।