Edited By meena, Updated: 15 Aug, 2022 01:31 PM
रायगढ़ जिले में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के चलते जिले के सभी नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में हीराकुंड और गंगरेल बांध की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जिले में महानदी का जल स्तर लगातार बढ रहा है। रायगढ़-सारंगढ़ मार्ग जहां दो दिनों से बंद है। वहीं...
रायगढ़(पुनीराम रजक): रायगढ़ जिले में पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के चलते जिले के सभी नदी नाले उफान पर हैं। ऐसे में हीराकुंड और गंगरेल बांध की स्थिति पर नजर रखी जा रही है। जिले में महानदी का जल स्तर लगातार बढ रहा है। रायगढ़-सारंगढ़ मार्ग जहां दो दिनों से बंद है। वहीं सोमवार की सुबह से बरमकेला - सरिया मार्ग पर आवागमन अवरूद्ध हो गया है। वहीं दर्जनों गावों में अलर्ट जारी किया गया है। जिले में बाढ़ के हालात को लेकर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल का कहना है कि प्रदेश सरकार बाढ़ की स्थिति पर बेहद गंभीर है, हीराकुंड बांध के गेट खोले गए हैं। महानदी का जलस्तर कम नहीं हो पा रहा, उधर गंगरेल के गेट खोलने पर यदि हीराकुंड का गेट बंद कर दिया गया तो स्थिति बेहद चिंता जनक हो जाएगी। इस पर हम नजर बनाए हुए हैं। ओड़िशा सरकार से अनवरत संपर्क बनाए हुए हैं।
दरअसल महानदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दर्जन भर गावों में बाढ की स्थिति है। जिले के पुसौर ब्लाक में स्थित सूरजगढ़, नदीगांव और तोरा गांव को पूरी तरह खाली करा दिया है। लोगों को राहत शिविर में शिफ्ट किया गया है। बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए रायपुर, जशपुर और अंबिकापुर से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई है। बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उच्च शिक्षा मंत्री का कहना है कि बढते जल स्तर को देखते हुए जिला प्रशासन ने महानदी के किनारे बसे दो दर्जन से अधिक गावों में अलर्ट जारी किया है।
प्रशासन के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पहुंच कर प्रभावित परिवार की सहायता करने निर्देश दिए गए हैं। उनका कहना है कि लगातार हो रही बारिश से समूचे प्रदेश में अलग अलग जगहों पर बाढ़ के हालात है। रायगढ़ जिले के पुसौर सरिया क्षेत्र में महानदी के चलते तटीय इलाकों में बाढ़ के हालात है। हमारी पहली प्राथमिकता जान माल की रक्षा करना है। अभी इसी पर ध्यान दिया जा रहा है। लिहाजा बाढ प्रभावित क्षेत्रों में नजर रखी जा रही है। प्रशासनिक अमला अलर्ट मोड पर है।