Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 01 Nov, 2018 01:44 PM
प्रदेश का भिंड सबसे अधिक संवेदनशील पोलिंग बूथ है। इसलिए इस बार जिले को पिछले साल की तुलना में सात पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां ज्यादा मिली हैं। इनमें से तीन कंपनियां जिले में आ चुकी हैं जबकि अन्य कंपनियां गुरुवार से आना शुरू हो जाएंगी...
भोपाल: प्रदेश का भिंड सबसे अधिक संवेदनशील पोलिंग बूथ है। इसलिए इस बार जिले को पिछले साल की तुलना में सात पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां ज्यादा मिली हैं। इनमें से तीन कंपनियां जिले में आ चुकी हैं जबकि अन्य कंपनियां गुरुवार से आना शुरू हो जाएंगी। जिले में 556 पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं।
इस बार विधानसभा चुनाव के लिए जिले में 1480 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 556 पोलिंग बूथ संवेदनशील हैं। निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन के अनुसार कुल पोलिंग बूथ के 30 प्रतिशत पोलिंग बूथ संवेदनशील बनाए जा सकते हैं, लेकिन भिंड में यह आंकड़ा बढ़कर 37 प्रतिशत पर पहुंच गया है।
मतदान के दिन कोई गड़बड़ न हो इसलिए जिले को 27 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियां मिली हैं। जो पिछली बार 2013 के विधानसभा चुनाव से ज्यादा है। सबसे कम संवेदनशील पोलिंग बूथ गोहद है। वहीं लहार सबसे ज्यादा संवेदनशील पोलिंगबूथ है। बता दें कि विधानसभा क्षेत्र में अटेर में 121, भिंड में 96, लहार में 134, मेहगांव में 134 और गोहद में 71 संवेदनशील पोलिंग बूथ हैं।