Edited By meena, Updated: 26 Jul, 2022 07:22 PM
सिंगरौली(Singrauli) में 12वीं के छात्रों के साथ स्कूल प्रिंसिपल(school principal) द्वारा प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। छात्रों ने कलेक्ट्रेट(collectorate) जनसुनवाई में प्रिंसीपल के खिलाफ आवेदन लेकर पहुंचे। छात्रों ने प्रिंसिपल पर जाति सूचक...
सिंगरौली(अनिल सिंह): सिंगरौली(Singrauli) में 12वीं के छात्रों के साथ स्कूल प्रिंसिपल(school principal) द्वारा प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। छात्रों ने कलेक्ट्रेट(collectorate) जनसुनवाई में प्रिंसीपल के खिलाफ आवेदन लेकर पहुंचे। छात्रों ने प्रिंसिपल पर जाति सूचक गाली, मारपीट एवं अधिक शुल्क जमा करवाने जैसे गंभीर आरोप लगाए। इसके पहले भी दो बार प्रिंसिपल की छेड़खानी सहित मारपीट की कलेक्टर के पास शिकायत हो चुकी है। उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती है। जबकि छात्रों के पास अधिक फीस लेने की रसीद भी है।
मामला सिंगरौली जिला मुख्यालय से महज 2 किलोमीटर दूर कचनी हाईस्कूल(Kachani High School) का है। जहां प्रिंसिपल पोरोहित वैश्य की प्रताड़ना एवं निर्धारित शुल्क से ज्यादा फीस लेने के विरोध में आज छात्रों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर की शिकायत की है। छात्रों का आरोप है कि विद्यालय में पदस्थ प्रिंसिपल द्वारा उनसे निर्धारित शुल्क से ज्यादा फीस ली जा रही है। पूछने पर अभद्र एवं जातिसूचक शब्दों का उपयोग करते हैं। इतना ही नहीं इसी के चलते एक पास छात्र को फेल कर दिया गया।
सिंगरौली जिले के जिला मुख्यालय के समीप स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कचनी में पदस्थ प्राचार्य पुरोहित वैश्य के द्वारा छात्रों से निर्धारित शुल्क से ज्यादा फीस वसूली जा रही है। छात्रों द्वारा ज्यादा फीस वसूलने पूछे जाने पर प्राचार्य द्वारा अभद्र भाषा बोलते हुए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं। इतना ही नहीं एक छात्र को पास होने के बावजूद भी उसे फेल कर दिया गया जिसकी शिकायत लेकर आज वह कई छात्र जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपर कलेक्टर डीपी बर्मन से मिलकर अपनी समस्या सुनाई छात्रों का कहना है कि विद्यालय में पदस्थ प्राचार्य द्वारा लगातार उनको मानसिक परेशान किया ज्यादा शुल्क भी ली जा रही है। स्कूल में क्लास नहीं ली जा रही है। हमारे एक साथी को पास होने के बावजूद भी फेल कर दिया गया है। छात्रों की शिकायत पर अपर कलेक्टर सिंगरौली ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए जांच करने का निर्देश दिया है। दोषी पाए जाने पर प्राचार्य के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।