Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 05 Nov, 2018 05:54 PM
यहां चुनाव जीतने के लिए कुछ राजनीतिक दल देवी देवताओं और बड़े- बुजुर्गों का आशिर्वाद ले रहे हैं। वहीं सत्तासीन भाजपा चौथी बार सरकार बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसमें टोटकों का सहारा भी लिया जा रहा है...
भोपाल: यहां चुनाव जीतने के लिए कुछ राजनीतिक दल देवी देवताओं और बड़े- बुजुर्गों का आशिर्वाद ले रहे हैं। वहीं सत्तासीन भाजपा चौथी बार सरकार बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसमें टोटकों का सहारा भी लिया जा रहा है। 2003 में राजधानी स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में गार्ड रूम को तोड़ कर पानी की टंकी बनाई गई थी। बीजेपी की जीत के साथ यह तथ्य जुड़ा हुआ है कि पानी की टंकी का निर्माण करवाने से जीत उनके नाम हो जाती है।
तीन बार विजयी होने के बाद भाजपा चौथी बार जीतने के लिए टोटके का सहारा ले रही है। प्रदेश कार्यालय के बाहर इस बार भी सुरक्षाकर्मी का रूम तोड़कर वहां पानी की टंकी का निर्माण करवाया गया है। बता दे कि 2003 से पहले भी उमा भारती के समय पानी की टंकी बनाई गई थी। पार्टी ने भारी मतों से जीत हासिल की थी,उसके बाद फिर दोबारा टंकी तोड़कर सुरक्षाकर्मी का कमरा बनाया गया था। इस बार भी यही प्रकरण दोहराया जा रहा है।