Edited By Vikas kumar, Updated: 20 Jan, 2019 11:10 AM
जिले के बांसा तारखेड़ा गांव में एक झोपड़ी में अचानक आग लग गई, जिसकी वजह से एक ही परिवार के आधा दर्जन से अधिक लोग आग में झुलस गए। इन्हें इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद...
दमोह: जिले के बांसा तारखेड़ा गांव में एक झोपड़ी में अचानक आग लग गई, जिसकी वजह से एक ही परिवार के आधा दर्जन से अधिक लोग आग में झुलस गए। इन्हें इलाज के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद से जिला चिकित्सालय लाया गया। जहां पर इनका इलाज जारी है, जानकारी के मुताबिक गांव के खेत में बनी घांस फूंस की झुग्गी में सोते वक्त बगल में जल रही चिमनी में आग लगने से यह घटना घटित हुई, आग लगते ही अफरा-तफरी का माहौल छा गया। गांव में लोगों को जानकारी लगते ही पीड़ित परिवार के सदस्यों की मदद के लिए लोग पहुंचे।
इसके बाद आग में झुलसे मासूम बच्चों को तुरंत ही जिला अस्पताल लाया गया। गरीबी में बसर करते हुए अपने परिजनों के साथ सभी मासूम चैन कि नींद सो रहे थे, लेकिन इस घटना के घटते ही सभी मासूम सहम उठे जिनके चेहरों पर दर्द साफ झलक रहा था। मासूम बच्चो में ज्यादा तर बच्चियां है जो बुरी तरह आग में झुलस गईं। जलने वाले सभी बच्चों की उम्र 10 वर्ष से कम है।जिनमें राधा आदिवासी 9 वर्ष, दुर्गा आदिवासी 5 वर्ष, राम बाई आदिवासी 3 वर्ष, प्रीति 15 वर्ष और राजा की उम्र 6 वर्ष है। सभी बच्चे एक ही परिवार के हैं।
जिला चिकित्सालय पहुंचते ही रात के वक़्त वहां मौजूद जिला चिकित्सालय प्रबंधक सहायक कर्मी और समाज सेवी आजम खान और उनकी पूरी टीम ने तुरंत इलाज मुहैया कराया। रात में घटित हुई इस घटना से एक ही परिवार के छह बच्चों के साथ इतनी बड़ी घटना घट जाने के बाद गनीमत यह रही कि किसी तरह की जन हानि नहीं हुई। घटना कि जानकारी लगते ही प्रशासनिक आला अधिकारी भी पीड़ित बच्चों को देखने जिला चिकित्सालय पहुंचे।