Edited By ASHISH KUMAR, Updated: 20 Dec, 2018 03:14 PM
जिले के पिपराड़ी गांव में भ्रष्टाचार का अनोखा मामला सामने आया है। जहां सिर्फ कुछ महीनें पहले बनाई नहर का बड़ा हिस्सा टूट कर बह गया है। जिससे आसपास की करीब दस एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है। वहीं एक दर्जन गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं...
डिंडौरी: जिले के पिपराड़ी गांव में भ्रष्टाचार का अनोखा मामला सामने आया है। जहां सिर्फ कुछ महीनें पहले बनाई नहर का बड़ा हिस्सा टूट कर बह गया है। जिससे आसपास की करीब दस एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है। वहीं एक दर्जन गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा।जिससे लोगों मे काफी रोष है। इसी के चलते शहपुरा एसडीएम अमिक बम्हौरिया के पास शिकायत लेकर पहुंचे। जिस पर एसडीएम ने सख्ती दिखाते हुए जलसंसाधन विभाग एवं ठेकेदार के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्यवाही की बात कही है।
जानकारी के अनुसार, जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ाने के उद्देश्य से 269 करोड़ की लागत से बिलगढ़ा बांध परियोजना बनाई गई थी, ताकि करीब 100 गावों के हजारों किसान इस सिंचाई परियोजना का लाभ ले सके। इस उद्देश्य से 9980 हेक्टेयर रकबे को सिंचित करने सिलगी एवं सिलहटी नदी को जोड़कर बांध और नहरों का निर्माण कराया गया था। लेकिन जलसंसाधन विभाग के अधिकारी और ठेकेदारों द्वारा मिलीभुगत कर नहर का घटिया निर्माण कराया गया।
जिसके कारण कुछ महीने पहले बनी नहर जगह-जगह से टूट गई है और कई जगहों पर पूरी की पूरी नहर ही धाराशाई हो गई है। जिसका खामियाजा इलाके के किसानों को उठाना पड़ रहा है।