Edited By suman, Updated: 20 Apr, 2019 01:54 PM
एमपी में लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही नेताओं द्वारा अपनी सुविधानुसार दल बदलने और घर वापसी का दौर जारी है। विधानसभा चुनावों में नामांकन फार्म भरने की तारीख से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बसपा में
भोपाल: एमपी में लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही नेताओं द्वारा अपनी सुविधानुसार दल बदलने और घर वापसी का दौर जारी है। विधानसभा चुनावों में नामांकन फार्म भरने की तारीख से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल होने वाले साहब सिंह गुर्जर ने घर वापसी कर ली है। साहब सिंह ने भोपाल में दिग्विजय सिंह के सामने कांग्रेस की फिर से सदस्यता ले ली।
ग्वालियर ग्रामीण कांग्रेस का कभी बड़ा नाम रहे साहब सिंह गुर्जर ने हाथी की सवारी को छोड़ दिया है और कांग्रेस में फिर से सदस्यता ले ली। बड़ी बात यह है कि साहब सिंह को सिंधिया गुट का नेता माना जाता है और उन्होंने कांग्रेस में वापसी दिग्विजय सिंह के सामने भोपाल में की।
कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे।गुर्जर
बता दें, साहब सिंह गुर्जर कांग्रेस के बैनर पर ही जनपद और जिला पंचायत में सदस्य भी रहे साथ ही ग्रामीण कांग्रेस में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। लेकिन विधानसभा चुनावों के दौरान वे ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से टिकट मांग रहे थे और पार्टी ने बसपा से पूर्व विधायक रहे मदन कुशवाह को टिकट दे दिय था। जिसके बाद उन्होंने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे। सुत्रों के अनुसार, वे बसपा में असहज महसूस कर रहे थे और अभी वे ग्वालियर लोकसभा से बसपा से टिकट मांग रहे थे। लेकिन टिकट नहीं मिलने और कुछ कांग्रेस नेताओं के संपर्क में होने के चलते उन्होंने फिर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। माना जा रहा है कि दिग्विजय गुट की मदद से ग्रामीण क्षेत्र के इस सक्रिय गुर्जर नेता की घर वापसी से कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह को बहुत फायदा मिलेगा।