Edited By Vikas kumar, Updated: 02 Feb, 2019 05:32 PM
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के तेवर फिर से बदले बदले नजर आ रहे हैं। अकसर अपनी ही पार्टी के तौर तरीकों पर सवाल उठाने वाले गौर बीते दिनों बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे जहां से निकलने के बा...
भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के तेवर फिर से बदले बदले नजर आ रहे हैं। अकसर अपनी ही पार्टी के तौर तरीकों पर सवाल उठाने वाले गौर बीते दिनों बीजेपी कार्यालय पहुंचे थे जहां से निकलने के बाद उन्होंने कहा था कि मुझे बीजेपी में ही रहना है। लेकिन अब उन्होंने फिर से अपना रुख बदलते हुए पार्टी के बयानों के तरीके पर सवाल उठाए हैं। बाबूलाल ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के दिए नारे 'माफ करो महाराज' को गलत बताया है।
लोकसभा चुनाव के लिए की गई बैठक के दौरान बाबूलाल गौर ने कहा कि 'हमें महाराज का नाम नहीं लेना चाहिए था। सिर्फ अपने ही नेताओं का नाम लेना था। पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल से मुलाकात के बाद बाबूलाल गौर ने बयान दिया था कि मैं बीजेपी में हूं और बीजेपी के सिवाय कहीं नहीं जाऊंगा। मेरी पार्टी में किसी से कोई नाराज़गी नहीं है।
बता दें कि विधानसभा चुनाव के वक्त बीजेपी ने 'माफ करो महाराज-हमारा नेता शिवराज' के नारे लगाए थे। कांग्रेस की तरफ से इस नारे को ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए हमला मान कर देखा गया था। हालांकि बाद में सिंधिया ने भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इसी नारे को लेकर शिवराज पर तंज कसा था।