Edited By suman, Updated: 10 Oct, 2018 12:02 PM
देश में पहली बार एक मूक-बधिर युवक विधानसभा चुनाव में उतरने वाला है। इंफोसिस में 12 लाख रुपए महीने की सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। उनका मानना है कि वे मूक-बधिरों और गरीब जनता की आवाज बनना चाहते हैं। विधान में...
भोपाल : देश में पहली बार एक मूक-बधिर युवक विधानसभा चुनाव में उतरने वाला है। इंफोसिस में 12 लाख रुपए महीने की सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। उनका मानना है कि वे मूक-बधिरों और गरीब जनता की आवाज बनना चाहते हैं। इंदौर में यौन शोषण का शिकार हुए बच्चों से मिलने पहुंचे सतना के 36 साल के सुदीप शुक्ला इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं और अपनी चुनावी तैयारियों के बीच वे शहर-शहर जाकर सांकेतिक भाषा के जानकारों से मिल रहे हैं।
एक निजी कंपनी में 12 लाख रुपए महीने की सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर वे चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। उनका मानना है कि वे मूक-बधिरों और गरीब जनता की आवाज बनना चाहते है। तुकोगंज में पुलिस सहायता केंद्र चलाने वाले सांकेतिक भाषा के जानकार ज्ञानेंद्र पुरोहित के जरिए अपनी बात साझा करते हुए उन्होंने बताया कि वे सतना से विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं। दो क्षेत्रीय दलों ने उन्हें समर्थन दिया है। उनका मानना है कि मैं बोल नहीं पाता पर चुप नहीं बैठ सकता। इसलिए विधानसभा का चुनाव लड़कर गरीबों और असहाय लोगों का सहारा बनूंगा। यही कारण है कि ऐशोआराम की नौकरी छोड़कर राजनीति की कठिन राह पर चल पड़ा हूं.'।