Edited By Vikas kumar, Updated: 22 Jan, 2019 06:58 PM
मध्यप्रदेश की राजनीति में सोमवार की रात वो हुआ जो शायद किसी ने नहीं सोचा था। प्रदेश में सोमवार रात राजनीति के दो धुरविरोधी नेताओं की मुलाकात हुई। जिसे सियासत की सौजन्य ...
भोपाल: मध्यप्रदेश की राजनीति में सोमवार की रात वो हुआ जो शायद किसी ने नहीं सोचा था। प्रदेश में सोमवार रात राजनीति के दो धुरविरोधी नेताओं की मुलाकात हुई। जिसे सियासत की सौजन्य भेंट कहा गया। ये मुलाकात कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और पूर्व सीएम शिवराज के बीच हुई। दोनों वरिष्ठ नेताों ने इस बैठक को सौजन्य मुलाक़ात कहा, बावजूद इसके भी इस बैठक के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं।
बीती रात कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज से मिलने उनके घर पहुंचे और इस बीच काफी देर तक दोनों दिग्गजों के बीच लंबी चर्चा चली। कुछ ही देर में मीडिया को इसकी भनक लग गई और वो भी मौके पर ही पहुंच गए। जब दोनों नेताओं की मुलाकात खत्म हुई तो शिवराज सिंह सिंधिया को बाहर उनकी कार तक छोड़ने भी आए।
क्या कहा सिंधिया ने ?
मुलाकात के बाद बाहर निकलकर सिंधिया ने मीडिया से कहा कि मैं पूर्व मुख्यमंत्री से मिलने आया था। बहुत सारी बातचीत हुईं। मैं ऐसा व्यक्ति नहीं जो जिंदगी भर कड़वाहट लेकर पूरी जिंदगी बिताऊं। रात गई बात गई।' कांग्रेस नेता ने कहा कि 'कांग्रेस सत्ता में है। हमें सबको साथ लेकर चलना है। चुनावी मैदान में कशमकश होती है, लेकिन बाद में सब ख़त्म हो जाती है। दिल्ली में हम दूसरी भूमिका में हैं।
क्या बोले शिवराज ?
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान के बाद पूर्व सीएम शिवराज ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'हमारे बीच कोई गिले शिकवे नहीं हैं। ये महज़ सौजन्य भेंट थी।'
भले ही दोनों नेताओं ने इस मुलाकात को सौजन्य भेंट बताया हो पर राजनीति में एक-दूसरे के कड़े प्रतिद्वंदियों की इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।