Edited By rehan, Updated: 25 Jul, 2018 09:33 AM
8 साल बाद फिर एक बार सागर का नौरादेही अभयारण्य बाघों से आबाद होने को है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि नौरादेही में जल्द ही नए शावक जन्म लेने वाले हैं। कान्हा और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाकर यहां छोड़े गए बाघ और बाघिन मई से साथ-साथ दिखाई दे रहे हैं।
सागर : 8 साल बाद फिर एक बार सागर का नौरादेही अभयारण्य बाघों से आबाद होने को है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि नौरादेही में जल्द ही नए शावक जन्म लेने वाले हैं। कान्हा और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लाकर यहां छोड़े गए बाघ और बाघिन मई से साथ-साथ दिखाई दे रहे हैं। जिसके चलते वन विभाग के अधिकारी सितंबर या अक्टूबर माह तक में अभयारण्य में शावकों की चहल-कदमी की उम्मीद जता रहे हैं। ऐसा पहला मौका होगा जब एक साथ अभयारण्य में बाघ बाघिन को छोड़ा गया हो और उन्होंने इतनी जल्दी एक दूसरे को स्वीकार कर लिया हो।
नौरादेही में साल 2010 तक बाघों की उपस्थिति के संकेत मिलते रहे हैं, लेकिन बाघों के अभयारण्य में स्थानीय रूप से रुकने के संकेत कभी नहीं मिले। आखिर अभयारण्य को आबाद करने की रणनीति बनी और अप्रैल 2018 में कान्हा टाइगर रिजर्व से बाघिन और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से बाघ अभयारण्य में शिफ्ट किए गए।