Edited By rehan, Updated: 24 Jun, 2018 01:12 PM
छतरपुर : अब तक आपने कई अजब गजब शादियों के किस्से सुने होंगे। लेकिन ये शादी कुछ अनोखी है। ये शादी है मेंढक-मेंढकी की। जीं हां एमपी में इन दिनों सूखा से बचने के लिए टोना टोटका का सहारा लिया जा रहा है।
छतरपुर : अब तक आपने कई अजब गजब शादियों के किस्से सुने होंगे। लेकिन ये शादी कुछ अनोखी है। ये शादी है मेंढक-मेंढकी की। जीं हां एमपी में इन दिनों सूखा से बचने के लिए टोना टोटका का सहारा लिया जा रहा है। मध्य प्रदेश टूरिज्म की टैगलाइन ‘एमपी अजब है, सबसे गजब है’ शायद इसी दिन को याद रखते हुए रखी गई होगी। दरअसल बुंदेलखंड में काफी अरसे से सूखा पड़ रहा है। ऐसे में अच्छी बारिश के लिए महिला बाल विकास राज्य मंत्री ललिता यादव ने मेंढक-मेंढकी की शादी कराकर अंधविश्वास को बढ़ावा दिया है।
प्राचीन मान्यता के अनुसार पिछड़ा वर्ग-अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री और छतरपुर विधायक ललिता यादव ने अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं सहित शहर के प्रसिद्ध फूलादेवी मंदिर में विधि-विधान के साथ मेंढक-मेंढकी की शादी कराई। इतना ही नहीं शादी में बाकायदा भोज का भी आयोजन किया गया। मंत्री का कहना है कि जिस तरह से टिटहरी के अण्डों से अच्छी बारिश का अनुमान लगाने की प्राचीन मान्यता है, वैसे ही मेंढक-मेंढकी की शादी रचाने की भी परम्परा है। यह कोई अंधविश्वास नहीं है, ऐसा सच में हुआ है।