Edited By Jagdev Singh, Updated: 28 Feb, 2020 08:05 PM
मध्य प्रदेश के बालाघाट नगर की यातायात व्यवस्था तकलीफ देने के साथ-साथ अब लोगों की जान पर भी बनती दिखाई दे रही है। नगर में आए दिन दर्दनाक हादसे हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन है कि व्यवस्था सुधारने में नाकाम ही साबित हो रही है और हादसों का ग्राफ...
बालाघाट: मध्य प्रदेश के बालाघाट नगर की यातायात व्यवस्था तकलीफ देने के साथ-साथ अब लोगों की जान पर भी बनती दिखाई दे रही है। नगर में आए दिन दर्दनाक हादसे हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार प्रशासन है कि व्यवस्था सुधारने में नाकाम ही साबित हो रही है और हादसों का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। ताजा मामला बालाघाट नगर के बैहर रोड़ का है। जहां दोपहर में ट्रक की चपेट में आई दो काॅलेज की छात्राओं की मौत हो गई। इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों का हंगामा किया तो मौके पर पुलिस और प्रशासन को दलबल के साथ उतरना पड़ा।
बालाघाट नगर में यातायात व्यवस्था को लेकर बार-बार सवाल उठते हैं। बावजूद इसके स्थानीय जिला प्रशासन से लेकर नगरपालिका भी कोई ध्यान नहीं दे रही है। नतीजन नगर में आए दिन दर्दनाक हादसे का शिकार होकर लोग अपनी जान गवाह रहे हैं। खासकर पिछले कुछ दिनों में स्कूटी से चलने वाली महिलाएं ही हादसों का अधिक शिकार हो रही हैं।
ताजा मामले में महाविद्यालय में अध्यनरत छात्रा आयुषी बांगरे अपनी सहेली के साथ स्कूटी से बैहर रोड़ पर से जा रही थी तभी बैहर रोड़ पर ट्रक ने उन्हें रौंद डाला इस हादसे के बाद एक छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि दूसरी छात्रा की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। इस दुर्घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने काफी देर तक सड़क पर इस दुर्घटना का विरोध किया। जिसके चलते मौके पर कोतवाली पुलिस, एसडीएम, तहसीलदार को दलबल के साथ मौके पर पहुंचना पड़ा। जहां समझाने के बाद लोगों ने विरोध खत्म किया।