Edited By rehan, Updated: 25 Jul, 2018 11:01 AM
प्रदेश में मालवा का नाराज़ किसान सरकार के खिलाफ मुद्दा बनता दिख रहा है। तो वहीं गरीब और पिछड़े बुंदेलखंड से किसान कर्ज के बोझ में दबे होने से खुदकुशी कर रहा है। जिले के रहली और खुरई तहसील में दो किसानों ने ज़हर पी कर खुदकुशी की कोशिश की।
सागर : प्रदेश में मालवा का नाराज़ किसान सरकार के खिलाफ मुद्दा बनता दिख रहा है। तो वहीं गरीब और पिछड़े बुंदेलखंड से किसान कर्ज के बोझ में दबे होने से खुदकुशी कर रहा है। जिले के रहली और खुरई तहसील में दो किसानों ने ज़हर पी कर खुदकुशी की कोशिश की।
दरअसल रहली के पटना बुजुर्ग का किसान भगवानदास कुर्मी ने कॉपरेटिव बैंक से किसान क्रैडिट कार्ड और बेटी की शादी के लिए कर्जा लिया हुआ था। फसल के अच्छे न होने के कारण वो पैसा नहीं चुका पा रहा था। इसी से तंग आकर किसान ने कीटनाशक पीकर खुदकुशी करने की कोशिश की। गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज जारी है।
वहीं खुरई के बिलगोना गांव में मोहन यादव ने भी कीटनाशक पीकर खुदकुशी करने की कोशिश की। जानकारी के मुताबिक मोहन ने करीब साल भर पहले साहूकार संतोष जोशी, मारुती जोशी, हरिओम यादव से पचास हज़ार रुपए उधार लिए थे। जिसे वक्त पर न चुका पाने के चलते ब्याज लगता चला गया और कर्ज करीब एक लाख के करीब पहुंच गया। जब मोहन पैसों की अदायगी नहीं कर पाया तो साहूकारों ने उसके साथ मारपीट की। जिससे आहत होकर मोहन ने खुदकुशी की कोशिश की।