Edited By suman, Updated: 22 Jan, 2019 03:23 PM
शिवराज सरकार की भावान्तर योजना को लेकर एक बार फिर कमलनाथ सरकार ने कदम पीछे खींच लिए हैं। कृषि मंत्री ने मंगलवार को सुबह इस योजना को बंद करने के एलान के बाद अब यू टर्न ले लिया है।
भोपाल: शिवराज सरकार की भावान्तर योजना को लेकर एक बार फिर कमलनाथ सरकार ने कदम पीछे खींच लिए हैं। कृषि मंत्री ने मंगलवार को सुबह इस योजना को बंद करने के ऐलान के बाद अब "यू टर्न' ले लिया है।
पहले कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा था कि ''प्रदेश के किसानों से हमने बात की तो यह बात साफ हो गई कि भावान्तर भुगतान योजना से किसानों को नुकसान हो रहा था। इसीलिए हम इसे बंद करने जा रहे है। वहीं कुछ ही देर बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि योजना की समीक्षा होगी, गाइडलाइंस में बदलाव किये जाएंगे। अब सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर मंत्री को यू टर्न क्यों लेना पड़ा।'
दरअसल, कृषि मंत्री सचिन यादव ने मंगलवार को यह स्पष्ट किया था कि भावान्तर योजना बंद की जाएगी। उन्होंने इसको लेकर ट्वीट भी किया था और एक वीडियो भी सामने आया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा सरकार में ज्यादातर योजना जो बनी है उसका केंद्र बिंदु किसान नहीं था, कोई और था। हमने किसानों से चर्चा की है,जिसमे पता चला है कि भावान्तर योजना से किसानों को नुकसान है। इसलिए इस योजना को अब बंद किया जाएगा। मंत्री यादव ने कहा मध्य प्रदेश में तीन 'क' की सरकार है।'क से किसान', 'क से कांग्रेस' और 'क से कमलनाथ ', इस सरकार के केंद्र बिंदु में किसान है।
इस ऐलान के कुछ ही समय बाद उन्होंने एक और ट्वीट किया। जिसमें योजना को बंद करने की जगह बदलाव करने की बात कही गई। इसमें लिखा है 'बीजेपी सरकार के द्वारा भावान्तर भुगतान योजना जिस स्वरुप में लाइ गई थी, उससे किसानों को लाभ नहीं मिला। हमारी सरकार इस योजना की समीक्षा करते हुए गाइडलाइन में बदलाव ला रही है।जिससे किसानों को उनकी उपज का ज्यादा लाभ मिल सके।'