Edited By Jagdev Singh, Updated: 13 Dec, 2019 12:57 PM
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में गुरुवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान कुलपति कार्यालय के बाहर तोड़फोड़ भी की गई। छात्रों का आराेप है कि एक ओर विवि के कुलपति...
भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (एमसीयू) में गुरुवार को छात्रों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान कुलपति कार्यालय के बाहर तोड़फोड़ भी की गई। छात्रों का आराेप है कि एक ओर विवि के कुलपति विवि की विचारधारा संविधान को बताते हैं, लेकिन विवि के ही एडजंक्ट फैकल्टी (अनुबंधक प्राध्यापक) दिलीप मंडल और मुकेश कुमार विवि का माहौल खराब कर रहे हैं।
दोनों फैकल्टी की गतिविधियों से छात्र जातिगत तौर पर बंट रहे हैं। इसलिए इन दोनों को बाहर करने की मांग को लेकर छात्र कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे। फैकल्टी की मौजूदगी में रजिस्ट्रार दीपेंद्र बघेल के साथ हुई चर्चा के दौरान छात्रों ने आरोप लगाए कि जातिगत तौर उन्हें बांटने की कोशिश की जा रही है। छात्रों के पहनावे, कलावा बांधने और तिलक लगाने पर आपत्ति दर्ज की जा रही है। छात्रों ने चेतावनी दी कि जब तक दोनों फैकल्टी को बाहर नहीं किया जाता, तब तक विरोध दर्ज कराते रहेंगे, क्योंकि यह सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर जिस तरह से पोस्ट डालते हैं और कक्षाओं में व व्यक्तिगत रूप से छात्रों से उनकी जाति जानने की कोशिश की जाती है, वह असंवैधानिक है। वहीं छात्रों ने कहा कि उन्होंने किसी भी प्रकार की तोड़फोड़ नहीं की है।
कुलपति दीपक तिवारी ने कहा कि विवि विद्या का केंद्र है। कोई भी व्यक्ति विवि परिसर में धर्म एवं जाति के आधार पर विभेद करने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। दिलीप मंडल व अन्य विवि के बाहर क्या लिख रहे हैं, इससे कोई लेना देना नहीं है। विवि का कुलपति भी कलावा पहनता है। छात्रों को किसी प्रकार से अपने विचार रखने के लिए नहीं रोका गया है। छात्रों ने तोड़फोड़ की है तो मजबूरी में कार्रवाई भी करनी पड़ सकती है। विवि को पूर्व में एक विशेष विचारधारा का गढ़ बनाया गया था वह अब प्रभावित होने लगा है, इसलिए यह हलचल होने लगी है।