Edited By Jagdev Singh, Updated: 19 Mar, 2020 04:24 PM
मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक लगातार जारी है। इसी बीच यह सवाल भी उठ रहा है कि कमलनाथ की सरकार बचेगी या गिरेगी। इस सस्पेंस के बीच कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने दावे करने में जुटे हैं। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद भी सत्तारूढ़ कांग्रेस का कहना है कि...
इंदौर: मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक लगातार जारी है। इसी बीच यह सवाल भी उठ रहा है कि कमलनाथ की सरकार बचेगी या गिरेगी। इस सस्पेंस के बीच कांग्रेस और बीजेपी अपने-अपने दावे करने में जुटे हैं। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद भी सत्तारूढ़ कांग्रेस का कहना है कि हमारे पास बहुमत है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी मान बैठी है कि कमलनाथ सरकार सदन का विश्वास खो चुकी है। इस दावे के साथ आज बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बागी विधायकों को लेकर बड़ा बयान दिया। साथ ही राज्य के राजनीतिक संकट के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार ठहराया।
वहीं बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस के बागी विधायक हमारे संपर्क में हैं। उनका कांग्रेस से विश्वास उठ चुका है। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायक बीजेपी शासित राज्य कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ठहरे हुए हैं। कांग्रेस के नेता उनसे मिलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली है। पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी उनसे मिलने के लिए बेंगलुरु पहुंचे थे। लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिय। उन्हें थोड़ी देर बाद रिहा भी कर दिया गया।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह के बेंगलुरु जाने को लेकर ही उनपर तंज कसा। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह स्टंटबाज नेता हैं, पूरे फसाद की जड़ ही वही हैं। उनकी वजह से आज मध्य प्रदेश में सियासी संकट खड़ा हुआ है। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सीएम कमलनाथ द्वारा आईएएस अफसरों के तबादले पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सिंह और कमलनाथ जानते हैं कि सरकार अल्पमत में है फिर भी धड़ाधड़ ट्रांसफर किए जा रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि नई सरकार के आते ही कमलनाथ सरकार के पिछले 6 महीने के आदेशों की समीक्षा करेगी.