Edited By meena, Updated: 15 Jun, 2019 01:04 PM
बंगाल में हुई डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना का विरोध पूरे देश भर में हो रहा लिहाजा ग्वालियर में भी इसका असर देखने को मिला। यहां डॉक्टरों में भी बंगाल सरकार के खिलाफ खासा रोष है। जिसके चलते शुक्रवार को डॉक्टरों ने 3 घंटे ओपीडी में अपना काम बंद रख...
ग्वालियर: बंगाल में हुई डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटना का विरोध पूरे देश भर में हो रहा लिहाजा ग्वालियर में भी इसका असर देखने को मिला। यहां डॉक्टरों में भी बंगाल सरकार के खिलाफ खासा रोष है। जिसके चलते शुक्रवार को डॉक्टरों ने 3 घंटे ओपीडी में अपना काम बंद रख विरोध जताया था।
हालांकि आज उन्होंने काम शुरू कर दिया है लेकिन आईएमए की देश व्यापी हड़ताल में शरीक होने का फैसला किया है। डॉक्टरों का कहना है देश भर के डॉक्टर अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। डॉक्टरों के साथ मारपीट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
वहीं इंदौर में भी लगातार दूसरे दिन एमजीएम मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया है। उन्होंने अस्पताल के मेन गेट पर धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की। जेडीए का कहना है कि एक ऐसा कानून चाहिए जिसमें डॉक्टर्स की सुरक्षा हो। यदि समय रहते सुरक्षा का कानून नहीं बना तो डॉक्टर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं। धरने पर बैठे मेडिकल कॉलेज के 250 से अधिक डॉक्टर्स ने इमर्जेंसी सुविधाएं के लिए काम किया। इसके पहले रात में डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर दोषियाें को कड़ी सजा देने की मांग की।