Edited By suman, Updated: 28 Nov, 2018 08:45 AM
मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। प्रदेश की तीन सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई, जबकि बाकी सीटों पर 8 बजे शे वोटिंग शुरू हो चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह बुधनी में नर्मदा घाट...
भोपाल: मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो गया है। प्रदेश की तीन सीटों पर सुबह सात बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हुई, जबकि बाकी सीटों पर 8 बजे शे वोटिंग शुरू हो चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुबह बुधनी में नर्मदा घाट पर पूजा करने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में परिवार सहित मतदान किया। प्रदेश के पूरे प्रदेश में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू होकर शाम 5 बजे चलेगा, सिर्फ नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले की 3 सीटों के लिए सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग होगी।
राजनीतिक दल
मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त 7 राजनीतिक दल मे से 6 चुनाव लड़ रहे है। अन्य दलों की संख्या 114 है जबकि निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या 1094 है। राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त भारतीय जनता पार्टी 230, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस 229, बहुजन समाज पार्टी 227, सीपीआई 18, सीपीआई (एम) 13 उम्मीदवारों के साथ चुनाव-रणभूमि में है। एनसीपी का कोई उम्मीदवार इस बार नही है। अन्य प्रमुख दलों मे आप पार्टी के 208, सपाक्स के 110 और संवर्ण समाज पार्टी के 81 उम्मीदवार भी भाग्य अजमा रहे है।
पिछले चुनाव का समीकरण
मध्य प्रदेश में पिछले चुनाव में 25 नवंबर 2013 को वोटिंग हुई थी, जबकि परिणाम 8 दिसंबर को घोषित किए गए थे। 230 सीट में से बीजेपी ने 165 सीटों पर जीत दर्ज कराते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाई थी। वहीं दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के खाते में मात्र 58 सीट ही आए थे। बसपा को 4 और अन्य को तीन सीटें मिली थीं। बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद शिवराज सिंह चौहान तीसरी बार मुख्यमंत्री बने।
चुनाव पर एक नजर
- 6 अक्टूबर 2018 को हुई थी चुनाव की घोषणा
- 2 नवंबर को अधिसूचना जारी होने के साथ नामाकंन शुरू
- 9 नवंबर तक जमा हुए 4157 नामाकंन पत्र
- 12 नवंबर को स्क्रूटनी में 578 निरस्त
- 14 नवंबर तक 538 उम्मीदवारों ने नाम वापिस लिए
- अंत में 2907 उम्मीदवार
- 1985 के बाद पहली बार 250 महिला उम्मीदवार
- 1094 निर्दलीय मैदान में
- आम निर्वाचन में पहली बार वीवीपैट का इस्तेमाल
- सुरक्षा व्यवस्था सम्हालेंगी केन्द्रीय बलों की 650 कंपनी