Edited By meena, Updated: 30 Mar, 2020 03:28 PM
मुरैना में शुक्रवार काे दिल्ली से पैदल मुरैना (अंबाह) के बड़फरा गांव के लिए निकले 39 साल के रणवीर सिंह की आगरा के सिकंदरा के पास मौत हो गई। मौत के इस मंजर के बाद बेहद दिल दहला देने वाला एक ऑडियो है सामने आया है। जिसे सुनकर हर किसी का कलेजा पसीज...
भोपाल: मुरैना में शुक्रवार काे दिल्ली से पैदल मुरैना (अंबाह) के बड़फरा गांव के लिए निकले 39 साल के रणवीर सिंह की आगरा के सिकंदरा के पास मौत हो गई। मौत के इस मंजर के बाद बेहद दिल दहला देने वाला एक ऑडियो है सामने आया है। जिसे सुनकर हर किसी का कलेजा पसीज जाए। यह ऑडियो 42 सेकेंड लंबी है, जिसमें चीखने-चिल्लाने की आवाजें हैं। इसमें एक आवाज है जो कहती है, ‘किसी से कहो कि वो तुम्हे मुरैना तक लिफ्ट दे दें। हेल्लो? हेल्लो?’ फिर कुछ सेकेंड की शांति। फिर चीखते हुए उसी आवाज ने कहा, ‘100 नंबर को फोन कर लो। क्या कोई एंबुलेंस नहीं है? क्या वो तुम्हें नहीं छोड़ सकते? हेल्लो?’ दूसरी तरफ से फिर भी कोई जवाब नहीं आया। तभी तेज-तेज सांस लेने की आवाजें आईं, और एक लंबा विराम। ये बातचीत थी लॉकडाउन के बीच पैदल घर को निकले मुरैना के रणवीर और उनकी पत्नी ममता की।
दरअसल, कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में 21 दिनों को लॉकडाउन की घोषणा की जिससे रोजी रोटी के लिए अन्य राज्यों में गए मजदूूर कई मीलों पैदल चलकर अपने घरों को लौटने को मजबूर हैं। इनमें से एक मजदूर था मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का रहने वाला 38 वर्षीय रणवीर सिंह। जिन्हें दिल्ली से पैदल घर पहुंचने के लिए लंबी दूरी तय करनी थी। शायद रणवीर के परिवार के लिए उनके आखिरी शब्द थे जिसमें उन्होंने कहा, ‘लेने आ सकते हो तो आ जाओ।’ रणवीर के ये आखिरी शब्द इसके वह थक कर गिर गया। जिसके बाद आगरा में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हो गई। रणवीर की पत्नी ममता के अनुसार, बीते 22 मार्च को ही उन्होंने रणवीर से फोन पर बात की थी, पूछा कि वो कब लौटेंगे? ममता ने बताया कि इसके जवाब में रणवीर ने कहा, ‘गांव के दो अन्य लड़के लौट रहे थे, मगर वो लौट नहीं सकते। उन्होंने कहा कि वो गांव नहीं आ सकते। वो तुगलकाबाद स्थित एक रेस्तरां में डिलीवरी ब्वॉय का काम करते थे। रेस्तरां खुले हुए थे। उन्होंने हमने अपना ख्याल रखने के लिए कहा।’
आपकों बता दें कि रणवीर कालकाजी में डीडीए कॉलोनी के पास ही एक झोंपड़ी में रहते थे। उसका खाना रेस्तरां से ही आता था। लॉकडाउन में रेस्तरां बंद होने के कारण वह पैदल ही घर को निकल पड़ा लेकिन नेशनल हाइवे पर आगरा के पास उनका निधन हो गया।डॉक्टरी जांच के मुताबिक उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई थी।