Edited By suman, Updated: 10 Jan, 2019 12:22 PM
कमलनाथ सरकार में मंत्री बनाने की जिद पर अड़ी दमोह जिले की पथरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामबाई अब विधानसभा के अंदर बंगले के लिए अड़ गईं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से कहा कि ''उन्हें नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव वाला बंगला ही...
भोपाल: कमलनाथ सरकार में मंत्री बनाने की जिद पर अड़ी दमोह जिले की पथरिया विधानसभा क्षेत्र से विधायक रामबाई अब विधानसभा के अंदर बंगले के लिए अड़ गईं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से कहा कि 'उन्हें नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव वाला बंगला ही चाहिए'। अध्यक्ष के काफी समझाने के बाद आखिरकार उन्होंने दूसरे बंगले की लिए हामी भर दी। रामबाई भले ही अभी मंत्री बनने की कोई संभावना नहीं हैं, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें मंत्रियों के लिए आरक्षित बंगला आवंटित कर दिया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा में इस बार बसपा के दो विधायक हैं। उनमें से एक रामबाई है। रामबाई ने सोमवार को कमलनाथ सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि उन्हें मंत्री बनाया जाया कैसे बनना है ये कमलनाथ को तय करना है। उन्होंने ये भी कहा था कि आज नहीं तो कल मंत्री तो उन्हें बनाना ही पड़ेगा। मंगलवार को भी सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले उन्होंने सोमवार को कही बात दोहराई थी।
सोच में पड़ गए अध्यक्ष
बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने के थोड़ी देर बाद रामबाई अध्यक्ष एनपी प्रजापति की आसंदी के सामने पहुंच गई और उन्हें नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव जिस बंगले में रह रहे वह बंगला चाहिए। रामबाई ने इस बीच बुंदेली भाषा में भी अध्यक्ष से कुछ कहा। रामबाई की बात सुन अध्यक्ष कुछ सोच में पड़ गए। इस बीच राम बाई ने एक लिस्ट अध्यक्ष की सौंप दी। इस लिस्ट में कुछ बंगलों के नंबर लिखे थे। अध्यक्ष ने गोपाल भार्गव का बंगला देने में असमर्थतता जताई और दूसरा कोई बंगला देने कहा। इस पर रामबाई अध्यक्ष से बहस करने लगी। इसके बाद अध्यक्ष ने उन्हें 74 बंगला स्थित बी-12 बंगला लेने की बात कही। जिसे उन्होंने मान लिया।