Edited By meena, Updated: 25 May, 2020 01:54 PM
देश भर में फैली कोरोना महामारी के कारण हर मजहब, हर धर्म, हर संप्रदाय के त्योहार प्रभावित हो रहे हैं। इसी दौरान मुस्लिम समाज का त्योहार ईद पर भी कोरोना ग्रहण लग गया है। कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोगों ने अपने घरों में रहकर ईद की नमाज...
दमोह(इम्तियाज चिश्ती): देश भर में फैली कोरोना महामारी के कारण हर मजहब, हर धर्म, हर संप्रदाय के त्योहार प्रभावित हो रहे हैं। इसी दौरान मुस्लिम समाज का त्योहार ईद पर भी कोरोना ग्रहण लग गया है। कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लोगों ने अपने घरों में रहकर ईद की नमाज पढ़ी और एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद नहीं दी और एक दूसरे से हाथ मिलाकर मुबारकबाद देने से परहेज करते हुए सोशल मीडिया के जरिए मुबारकबाद दी।
वहीं मस्जिद में भी सिर्फ पांच लोगों ने ही ईद की नमाज अदा कर की। इसी कड़ी में दमोह में भी ईद उल फितर का पर्व मनाते हुए नमाज़ अदा की गई शहर की ईदगाह मस्जिद में पेश इमाम हाफ़िज़ मुनव्वर रज़ा साहब ने ईद की नमाज़ पढ़ाई, नमाज़ के आखिर में इमाम साहब ने मुल्क में अमन चैन और कोरोना जैसी महामारी से निज़ात पाने की दुआ मांगी। लॉकडाउन के चलते ईदगाह में सिर्फ पांच लोगोंं ने ही ईद की नमाज़ पढ़ी।
जहां हज़ारों मुस्लिम भाई ईदगाह मस्जिद में जमा होकर नमाज़ पढ़ते थे, वहीं लॉकडाउन में खाली ईदगाह को देखकर ईदगाह शहर अध्यक्ष आज़म खान की आंंखों से आंसू छलक पड़े। वहीं नमाज़ में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख़्याल रखा गया। इस मौके पर जिला प्रशासन ने भी मुस्लिम समाज का इस लॉकडाउन में सहयोग करने के लिए आभार माना और ईद की मुबारकबाद दी।