Edited By Vikas kumar, Updated: 08 Dec, 2018 06:03 PM
देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को 2019 के लोकसभा का सेमीफाइल माना जा रहा है। शुक्रवार को जारी किए गए एग्जिट पोल में तो कांग्रेस बढ़त बनाते हुए दिख रही है। अगर कांग्रेस को...
भोपाल: देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को 2019 के लोकसभा का सेमीफाइल माना जा रहा है। शुक्रवार को जारी किए गए एग्जिट पोल में तो कांग्रेस बढ़त बनाते हुए दिख रही है। अगर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो ऐसे में बसपा के साथ गठबंधन न होना कांग्रेस के सपनों पर पानी फेर सकता है। क्योंकि तेलंगाना छोड़कर बाकी राज्यों में कांग्रेस अकेले ही चुनावी मैदान में उतरी थी।
इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में कांग्रेस को मामूली बढ़त मिलती दिख रही है। लेकिन कांग्रेस अगर बहुमत के आंकणे से कुछ सीटें कम पाती है तो उसे अन्य दलों के साथ की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में अगर कांग्रेस और बसपा मिलकर चुनाव लड़ते तो सीटों में बड़ा इजाफा हो सकता था। जिससे कांग्रेस बीजेपी को टक्कर ही नहीं बल्कि करारी शिकस्त देकर सत्ता में वापसी कर सकती थी।
बता दें कि, कांग्रेस और बीएसपी में चुनाव से पहले गठबंधन की बात चल रही थी लेकिन लेकिन अंतिम समय में दोनों के बीच बातचीत नहीं बन पाई और बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस अकेले ही मैदान में कूद पड़ी। बीएसपी सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश ने गठबंधन न होने का कारण कांग्रेस को माना है। मध्य प्रदेश के चंबल, बुंदेलखंड और यूपी से सटे जिलों में बसपा का अच्छा खासा प्रभाव है।