Edited By meena, Updated: 07 Jan, 2021 07:33 PM
तेजी से फैल रहे बर्ड फ्लू के चलते मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने पड़ोसी राज्यों से पोल्ट्री व्यवसाय पर रोक लगा दी गई है। सरकार ने यह प्रतिबंध एहतियातन सीमित अवधि के लिए लगाया है। मध्यप्रदेश में प्रदेश में सालाना दो हजार करोड़ का पोल्ट्री कारोबार...
भोपाल(इजहार हसन खान): तेजी से फैल रहे बर्ड फ्लू के चलते मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने पड़ोसी राज्यों से पोल्ट्री व्यवसाय पर रोक लगा दी गई है। सरकार ने यह प्रतिबंध एहतियातन सीमित अवधि के लिए लगाया है। मध्यप्रदेश में प्रदेश में सालाना दो हजार करोड़ का पोल्ट्री कारोबार होता है। व्यवसाय के लिए केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से मुर्गी-मुर्गियां लाए जाते हैं।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बर्ड फ्लू पर शासन की लगातार नजर है। पोल्ट्री फार्म को दिशा निर्देश जारी किए गए है। इंदौर एवं नीमच जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। दोनों जिलो में सैंपल, दुकानों से लिए गए थे। दोनों जिले में चिन्हित स्थान से 1 किलोमीटर दायरे में सभी चिकन, मटन की दुकानें तत्काल रुप से बंद कर दी गई है। 10 किलोमीटर की परिधि में सर्विलेंस किया जाएगा। इस स्थिति से दोनों जिलों के आमजन को घबराने की आवश्यकता नहीं है । पड़ोसी राज्यों से 10 दिन तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब राज्य में बाहर से मुर्गा-मुर्गी नहीं आ सकेंगे।
एक ओर वर्ष 2020 जहां कोरोना वायरस के कारण प्रभावित रहा तो वही 2021 की शुरुवात भी आमजन में भय पैदा कर रही है। इंसानों में कोरोना वायरस जैसी घातक महामारी के बाद अब पक्षियों में नए वायरस ने दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। राजस्थान के कुछ जिलों में बर्ड फ्लू की खबरें सामने आने के बाद अब यह वायरस एमपी में भी दस्तक दे चुका है। मध्य प्रदेश के इंदौर में सबसे पहले कई कौवों की एक साथ मौत से शुरु हुए इस बर्ड फ्लू से अब मंदसौर, खंडवा, उज्जैन और खरगोन में भी कई कौओं की मौत की खबरें सामने आ रही है। प्रदेश में 23 दिसम्बर से 5 जनवरी 2021 तक इंदौर में 156, मंदसौर में 170, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 16, खंडवा में 10-15 और सीहोर में नौ कौवों की मौत हो चुकी है।