Edited By Vikas Tiwari, Updated: 25 Jul, 2021 05:57 PM
मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में बनने जा रहा एक हजार बिस्तर का अस्पताल अभी पूरी तरह से बनकर तैयार भी नहीं हुआ है, लेकिन उससे पहले नामकरण को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यह विवाद कांग्रेस और बीजेपी का नहीं बल्कि बीजेपी में ही शुरू हुआ है। बीजेपी चाहती...
ग्वालियर (अंकुर जैन): मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में बनने जा रहा एक हजार बिस्तर का अस्पताल अभी पूरी तरह से बनकर तैयार भी नहीं हुआ है, लेकिन उससे पहले नामकरण को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यह विवाद कांग्रेस और बीजेपी का नहीं बल्कि बीजेपी में ही शुरू हुआ है। बीजेपी चाहती है, कि इस अस्पताल का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी या फिर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से रखा जाए। लेकिन इस पर सिंधिया समर्थक और कांग्रस तैयार नहीं हैं। वह चाहते हैं कि अस्पताल का नाम माधवराव सिंधिया के नाम पर हो।
ये तस्वीर पांच मार्च 2019 की है। जब ग्वालियर के एक हजार बिस्तर के अस्तपाल का भूमिपूजन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया था। इस दौरान बीजेपी सड़कों पर थी और हंगामा कर रही थी। लेकिन उन सबको दरकिनार करते हुए इस अस्पताल का भूमिपूजन ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार की चिकित्सा शिक्षा मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ के साथ कर दिया था। उस समय सिंधिया समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने इस अस्पताल का नाम माधवराव सिंधिया के नाम से रखने की मांग की थी। जिस पर साधौ ने हामी भी भरी थी। लेकिन अब नाम को लेकर चिट्ठियों का दौर शुरू हो गया है।
ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर की चिट्ठी सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उस समय लिखी गयी है। जब अस्पताल का काम पूरा होने को है। साथ ही प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, समेत सिंधिया समर्थक विधायक और मंत्री उस अस्पताल पर नजर रखे हुए हैं। लेकिन इस बीच सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा है कि एक हजार बिस्तर के अस्पताल का नाम डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी या पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होना चाहिए। जिसका समर्थन बीजेपी भी कर रही है। तो वहीं अब कांग्रेस के राम पांडे इसका समर्थन कर रहे हैं। उनका मानना है कि अटल जी भले ही प्रधानमंत्री थे, लेकिन ग्वालियर को कुछ नहीं दिया है। जबकि जो विकास ग्वालियर में है, वह माधवराव सिंधिया की देन है। ऐसे में अब देखना होगा अस्पताल के नामकरण को लेकर सियासत क्या रंग लाती है? और किस नाम से अस्पताल का नाम रखा जाएगा, ये आने वाला वक्त ही बताएगा।