Edited By meena, Updated: 02 Oct, 2021 06:34 PM
पंजाब में सियासी उथलपथल के बाद सबकी निगाहें छत्तीसगढ़ पर टिकी हुई हैं। सीएम का चेहरा बदलने को लेकर कई तरह के राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी कांग्रेस में चल रही उठापटक पर कहा था कि छत्तीसगढ़ अब पंजाब हो गया है।...
रायपुर(सूर्यपाल): पंजाब में सियासी उथलपथल के बाद सबकी निगाहें छत्तीसगढ़ पर टिकी हुई हैं। सीएम का चेहरा बदलने को लेकर कई तरह के राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी कांग्रेस में चल रही उठापटक पर कहा था कि छत्तीसगढ़ अब पंजाब हो गया है। लेकिन सीएम भूपेश बघेल के आज के बयान ने इस तरह की सारी अटकलों को खारिज कर दिया है उन्होंने स्पष्ट कह दिया है कि छत्तीसगढ़ पंजाब नहीं हो सकता। दोनों राज्यों में बहुत फर्क है। दोनों की समानता केवल अंकों से है और दूसरी कोई समानता नहीं।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पंजाब छत्तीसगढ़ नहीं बन सकता, छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ रहेगा कभी पंजाब नहीं बन सकता। दोनों की समानता केवल अंकों से है और दूसरी कोई समानता नहीं। पंजाब और छत्तीसगढ़ में केवल एक ही समानता है कि पंजाब 5 आवो से बना है और छत्तीसगढ़ 36 गढों से बना है। 25 विधायकों के दिल्ली जाने के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि जो विधायक दिल्ली गए हैं, वो जाने को स्वतंत्र है, घूमकर आ जाएंगे. वहीं, तमाम बयानों के बीच कहा जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।
सीएम का चेहरा बदलने को लेकर दबाव
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में भी पंजाब की तरह सबकुछ ठीक नहीं है। कांग्रेस में दो धड़े बन गए हैं। टीएस सिंह देव का धड़ा आलाकमान से ढाई साल वाला वादा पूरा करने का दबाव बना रहा है। सूत्रों की मानें तो उनके समर्थक मंत्री अपने पद से इस्तीफा देने की बात कह चुके हैं। जबकि, भूपेश बघेल अपनी कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं हैं। अगस्त महीने में ही छत्तीसगढ़ कांग्रेस के 22 विधायकों ने दिल्ली में आलाकमान से मुलाकात की थी।