Edited By meena, Updated: 12 Feb, 2021 01:02 PM
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। पहले स्कूल कॉलेज बंद हुए फिर ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुई। लेकिन इसमें भी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कईयों के पास मोबाइल नहीं थे तो कई जगह इंटरनेट की प्रॉब्लम। मध्य प्रदेश...
होशंगाबाद: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। पहले स्कूल कॉलेज बंद हुए फिर ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुई। लेकिन इसमें भी कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कईयों के पास मोबाइल नहीं थे तो कई जगह इंटरनेट की प्रॉब्लम। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में तो इंटरनेट की समस्या से जूझ रहे बच्चों ने इसका बड़ा अजीबोगरीब तोड़ निकाला। बच्चे इंटरनेट की खोज में कई बार मोबाइल लेकर उंचे उंचे पेड़ों पर चढ़कर तो कई बार घर की छत पर चढ़कर क्लासेस लगाते।
कोविड-19 के संकट के दौरान हमारे देश में बहुत सी तस्वीरे सामने आई। इनमें एक रहा इंटरनेट समस्या को लेकर। क्योंकि देशभर के साथ साथ मध्य प्रदेश के कुछ ऐसे इलाके हैं जहां इंटरनेट बड़ी मुश्किल से पहुंच पाता है। ऐसा ही एक आदिवासी गांव है केसला, जहां बच्चों को ऑनलाइन क्लासेस लगाने के लिए पेड़ों पर या घर की ऊंची छतों पर चढ़ना पड़ता है। इस इलाके में नेटवर्क नहीं है और मोबाइल टार्च यहां पर नहीं और ऐसे में बच्चों को तो बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बच्चे उंचे उंचे पेड़ों पर चढ़कर पढ़ाई करते हैं। अपने लेपटॉप या मोबाईल लेकर पढ़ाई करना किसी चुनौती से कम नहीं। हालांकि मामला प्रशासन के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसके लिए एक दूसरा रास्ता निकाला। जहां एक टीचर को बुलाया जाता है और ऊंची इमारत पर बैठकर बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया जाने लगा।